-सीमा से लगे पर्सा व बारा जिला समेत नेपाल में डेंगू बुखार का प्रकोप,बिहार के प्रभावित होने की आशंका
रक्सौल।( vor desk )।सीमा से लगे नेपाल के पर्सा व बारा जिला समेत सीमाई इलाके में डेंगू बीमारी के फैलने की सूचना व रक्सौल प्रखंड के सेमरी गावँ में डेंगू का एक मरीज मिलने की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य महकमा ने अलर्ट जारी कर दिया है।पूर्वी चंपारण के भेक्टर बोर्न डिजीज पदाधिकारी सह रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि चिकित्सको व स्वस्थ्यकर्मियो को सतर्क कर दिया गया है।रक्सौल के सेमरी में विशेष अभियान चलाया जा रहा है।साथ ही इस बीमारी से बचाव के आवश्यक तैयारी के साथ साथ जन जागरूकता हेतु अभियान भी चलाया जा रहा है।ताकि सीमा क्षेत्र होने के कारण इस इलाके में डेंगू संक्रमण को रोका जा सके।फिलहाल,नेपाल में डेंगू फैलने से भारतीय नागरिकों के घर लौटने की सूचना भी मिल रही है।
रक्सौल के सेमरी में डेंगू मरीज:डेंगू को ले कर हड़कम्प तब मचा जब रक्सौल प्रखंड के लक्ष्मीपुर लक्षमनवा के सेमरी गावँ में एक मरीज मिला।इलाज के क्रम में पटना रिम्स में इसकी पुष्टि हुई।मरीज नेपाल में फैक्ट्री में कार्यरत था।जब बीमारी हुई ,तो,वह सेमरी आया।यह सूचना मिलते ही विभाग हरकत में आ गया।
स्प्रे छिड़काव व जागरूकता:डेंगू मरीज मिलने के बाद सेमरी में पीड़ित के घर के आस पास करीब 50 घरों में शनिवार को टेक्निकल माला थियोन स्प्रे का छिड़काव किया गया।वहां स्वास्थ्य कर्मी कैम्प कर गए हैं।कैम्प प्रभारी नवल किशोर सिंह के नेतृत्व में रोग नियंत्रण हेतु स्प्रे छिड़काव व जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
सीमा पार से डेंगू खतरा: बताया गया है कि इन दिनों नेपाल में डेंगु का व्यापक प्रकोप है। चितवन व धरान समेत पर्सा व बारा जिला में भी इस बीमारी का प्रकोप सामने आया है।विगत दो सप्ताह के अंदर बीरगंज के विभिन्न अस्पताल में करीब दो दर्जन से ज्यादा डेंगु रोग पीडित मरीजो के भर्ती होने व उपचार होने की सूचना है।
नारायणी सब रीजनल अस्पताल के डा. उदयनारायण सिंह के अनुसार बीरगंज में अब तक किसी मरीज की मौत नही हुई है।
एक विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक,नेपाल में अब तक कुल छह लोगों की मौत हो चुकी है।करीब 5095 लोग प्रभावित हैं।बिहार सीमा से लगे प्रदेश दो के सप्तरी में 7,सिरहा में 2,धनुषा में 3,महोत्तरी में 3,सप्तरी में 11,बारा में 17 ,पर्सा में 12 व रौतहट में 7 डेंगू संक्रमण के मरीज 19 सितम्बर तक पाए गए हैं।गैर आधिकारिक आंकड़ो के मुताबिक,करीब 9 हजार लोग अस्पताल में हैं।जबकि, कम से कम 7 लोगो की मौत हुई है।दावा किया गया है कि प्रति दिन तीन मौत हो रही है।
संसद में उठा मामला:इस मामले पर सांसदों ने पिछ्ले दिनों नेपाली संसद में सवाल उठाते हुए नेपाल में स्वास्थ्य आपात काल लागू करने की मांग की।जबकि, नेपाल के उप प्रधानमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री उपेंद्र यादव ने 6 मौत व 5095 पीड़ित की जानकारी संसद को दी।कहा कि चिंता की जरूरत नही है।स्वास्थ्य विभाग निपटने में सक्षम है।उन्होंने स्वीकार किया कि नेपाल के 75 जिलों में 56 जिला प्रभावित है।
क्या है डेंगू:यह एक संक्रामक रोग है।डेंगू बुखार एक विशेष प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है।जिसका प्रभाव सितम्बर से अक्टूबर माह के बीच देखा जाता है।
लक्षण: हल्का डेंगू होने पर तेज बुखार,सर दर्द के साथ बोन ब्रेकिंग पेन होता हैं। जबकि सीवियर डेंगू जिसे हेमोरेजिक फीवर भी कहते हैं, इसमें ब्लड प्रेशर अचानक से कम हो जाता हैं,और रोगी की मृत्यु तक हो सकती हैं।
कारण:डेंगू का सबसे बड़ा कारण मच्छर है।जो घर के फ्रीज,कूलर,गमला व आस पास छायादार जगह में पानी के जमा होने से यह पनपता है।संक्रमित पानी व भोजन का सेवन करना से भी इसका संक्रमण सम्भव है।प्रवास में रहने से भी इसका प्रसार सम्भव है।
डेंगू को सिर्फ लक्षण देखकर नहीं समझा जा सकता है, इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर टेस्ट करवाने चाहिए।
क्या कहते हैं पदाधिकारी:डॉ0 शरत चंद्र शर्मा का कहना है कि विभाग द्वारा एंटी डेंगू कैम्पेनिंग शुरू है।आशा कार्यकर्ता घर घर में डेंगू रोग के लक्षण व बचाव के लिए जागरूकता अभियान में हैं।उन्होंने कहा रोग में पारा सिटामोल व ओआरएस का घोल दें।अविलम्ब चिकित्सक से मिलें।मछड़दानी का प्रयोग करें।घर व आस पास पानी जमा न होने दें।फ्रेश पानी भी एक सप्ताह में बदल दें।या हटा दें।