-इंडियन पासपोर्ट हासिल करने के लिए बन गया दामाद से बेटा,आदापुर पुलिस ने सत्यापन के क्रम में किया गिरफ्तार
-आदापुर के पकही गावँ निवासी आसमा खातून से हुई है शादी,15 वर्षो से बॉर्डर पर थी आवाजाही
आदापुर।(vor desk )।आदापुर बॉर्डर पर पुलिस ने एक बंगलादेशी को गिरफ्तार किया है।इस गिरफ्तारी से सनसनी है।उससे एनआईए ,आईबी व एमआई समेत अन्य खुफिया एजेंसियां पूछ ताछ में जुटी है।बताया गया है कि पिछले 15 वर्षों से इस बॉर्डर पर उसकी गतिविधियाँ रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक,उक्त बंगलादेशी भारतीय पासपोर्ट हासिल करने की जुगत में था।इसी को ले कर उसने आवेदन किया था।जिसकी जांच आदापुर पुलिस को करनी थी।पुलिस सूत्रों ने बताया कि इसी क्रम में फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाने हेतु सत्यापन कराने वह थाना पहुंचा ।जहां सन्देह व पूछ ताछ के बाद उक्त बांग्लादेशी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद सूचना पर पहुंची विभिन्न जांच एजेंसियों के द्वारा उक्त युवक से गहन पूछ – ताछ के उपरांत शुक्रवार को उसे मोतिहारी जेल भेज दिया गया है।
आदापुर पुलिस के अनुसार बांग्लादेशी युवक 30 वर्षीय इम्तेयाज आलम करीब 15 वर्ष पूर्व नेपाल के काठमांडू में रहकर एक गैरेज में मिस्त्री का काम करता था, जहाँ उसकी मुलाकात करीब 7 वर्ष पूर्व स्थानीय पकही गांव निवासी स्व. मंजर आलम के पुत्र फिरोज से हुई। जिसके बाद पकही गांव उसका आना -जाना शुरू हुआ।निरन्तर उसके आने जाने के बाद किसी को कोई शक सुबहा नही हुआ।इस बीच वह इतना घुल मिल गया कि फिरोज के बहन आसमा खातून से उक्त युवक की शादी हो गई,जिससे दो बच्चियां भी हो चुकी है।वह अपने ससुराल निरन्तर आवाजाही भी करता रहा।इधर इम्तियाज विदेश जाने हेतु अपना पासपोर्ट बनवाने के लिए स्व.मंजर आलम का पुत्र बनकर पकही गांव के पते पर आवेदन किया था, जिसके सत्यापन हेतु ज्योहीं गुरुवार को थाना पहुंचा कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस बाबत थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि फिलहाल उक्त युवक से पूछ – ताछ जारी है, जिसमें और चौकाने वाला खुलासा होने की संभावना है।उन्होंने बताया कि 30 वर्षीय इम्तेयाज की पहचान बांग्लादेश के जिला हबीब गंज,थाना नवीगंज ,ग्राम दियापुर निवासी स्व0 लाल मियां के पुत्र के रूप में की गई है।
बता दे कि हाल ही में रेल सुरक्षा बल ने घोड़ासहन रेलवे स्टेशन से एक बांग्लादेशी महम्मद अख्तर को विभिन्न दस्तवेजो के साथ गिरफ्तार किया था।इससे पूर्व बॉर्डर पर इंडियन मुजाहिदीन का फाउंडर व चीफ यासीन भटकल व उसका सहयोगी अरसदुल उर्फ हड्डी को गिरफ्तार किया गया था।जबकि, आदापुर के आतंकी कनेक्शन का ही परिणाम था कि 2016 कर अक्टूबर में सद्भावना एक्सप्रेस उड़ाने की योजना बनी और नकरदेई के पास रेल ट्रैक पर बम विस्फोट की घटना सामने आई थी।इसी कड़ी में आदापुर के दीपक राम व अरुण राम की नेपाल में हत्या हुई।जिसकी जांच एनआईए ने शुरू की और यह घटना राष्ट्रीय सुर्खियों में रही।नेपाल पुलिस ने बारा जिला के शमशुल होदा को गिरफ्तार किया था।जो आईएसआई व डी कम्पनी का नेपाल कॉर्डिनेटर निकला।