रक्सौल।(vor desk)। एसएसबी की मानव तस्करी रोधी इकाई (एएचटीयू)क्षेत्रक मुख्यालय रक्सौल, द्वारा दो लड़कियों को रेस्क्यू किया गया है।बताया गया कि गुप्त सूचना पर मोहम्मद अली नामक व्यक्ति को तब पकड़ा जब वह नेपाल की एक नाबालिग लड़की को उत्तर प्रदेश में झांसा दे कर कर ले जाने की कोशिश में था। इसी दौरान इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा द्वारा एक लड़का और एक लड़की को ऑटो से जाते देखा तो थोड़ा संदेह हुआ। संदेह के कारण जब दोनों को रोका गया, तब पता चला कि ये युवक उत्तर प्रदेश से इस नाबालिग लड़की को लेने आया था। एनजीओ प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल की आरती कुमारी द्वारा जब लड़की की काउंसिलिंग की गयी तब पता चला कि ऑन लाइन लुडो गेम खेलते समय व्यक्ति ने नेपाली नाबालिग लड़की से दोस्ती कर व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू कर प्रेम का जाल फैलाया और मात्र तीन महीने में लड़की को अपने साथ ले जाने के लिए तैयार कर लिया था।
व्यक्ति ने लड़की को अपने बारे में गलत जानकारी दी थी। पहले उसने अपना नाम राहुल बताया था, कुछ दिन के बाद वो अपना नाम मो. अली बताया। उस लड़की से जयपुर में नौकरी दिलाने तथा शादी करने का वादा भी किया था। उस लड़की को नेपाल-भारत सीमा पर आने को कहा और ये लड़का वहां उसका इंतज़ार कर रहा था। जब लड़की से पूछा गया कि उससे पहले कभी मिली थी, तो उसने बताया की पहले मोबाइल से ही बातचीत होती थी। लड़के ने बातचीत करने के दौरान अपनी भाभी से भी बात कराया था, उसकी भाभी ने मेरे से अच्छे से बातचीत की और उसने मुझे बताया कि ये बहुत अच्छा लड़का है, मै इससे शादी कर के बहुत खुश रहूंगी और ये मुझे जयपुर मे नौकरी भी दिलवायेगा। जब इसे इसके साथ सत्याग्रह ट्रेन से गोरखपुर जा रही थी, उसके बाद ये मुझे वहां से जयपुर लेकर जाता। जब लड़के से पूछताछ की गयी तो लड़के ने बताया कि मै इसे सत्याग्रह ट्रेन से गोरखपुर ले जाता, वहां कुछ दिन रहने के बाद तय करता कि जयपुर जाना है या नहीं। शादी और नौकरी की बात तो मैने उसे अपने साथ ले जाने के लिए किया था। शादी करने के बारे में कुछ सोचा नहीं था।
जब लड़की के घरवालों से बात की गयी तो उन्हे इस बात की कोई जानकारी नही थी, कि उनकी लड़की किसी लड़के के साथ जयपुर जा रही है। लड़की के घरवालों ने अनुरोध किया कि उनकी लड़की को नही जाने दिया जाए। वे अपनी लड़की को लेने के लिए भारत- नेपाल सीमा पर आ रहे है। जैसे ही इस मामले को पूरा किया ही था, तब ही एक ऐसा मामला और आया। एएचटीयू के हवलदार अरविंद द्विवेदी द्वारा मोहमद जीशान को तब रोका जब वो एक भारतीय लड़की सीता द्विवेदी को झांसा दे कर नेपाल ले जाने की कोशिश कर रहा था।
लड़की की माता ने पुलिस में एफआईआर करवाई थी। इन दोनों रेस्क्यू ऑपरेशन में मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47वी वाहिनी स.सी.ब. रक्सौल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार शर्मा, मुख्य आरक्षी अरविन्द द्विवेदी, आरक्षी सा. मिक्की कुमारी, आरक्षी सा. सीमा कुमारी एन.जी.ओ. प्रयास जुवेनाइल ऐड सेंटर की परामर्शदाता आरती कुमारी, राज गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार शर्मा द्वारा उतर प्रदेश यूपी के मानव तस्कर मोहम्मद अली पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई ।