रक्सौल।(vor desk)।शनिवार को एक युवक की मौत तब हो गई,जब, भारत- नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में कथित रूप से संचालित जुआ के अड्डे पर नकरदेई पुलिस छापेमारी करने पहुंची और इसी बीच भगदड़ मच गई।मौत की सूचना के बाद अफरा तफरी मच गई।मौत के बाद जहां परिजन रो रो कर बेहाल हो गए,वहीं,ग्रामीण आक्रोशित हो गए।इसके बाद मामला तूल पकड़ गया। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर छोड़ भागने का आरोप लगाया है।मौत के लिए पुलिस को आरोपित करते हुए जांच और कारवाई की मांग की है।पुलिस के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी हुई।माहौल इस कदर बिगड़ा कि स्थानीय पुलिस को पांव खींचना पड़ा।इस मामले की गंभीरता को देखते हुए रक्सौल डीएसपी धीरेंद्र कुमार, रक्सौल इंस्पेक्टर नीरज कुमार ,आदापुर थानाध्यक्ष राजीव नयन प्रसाद, रामगढवा थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान समेत अन्य पुलिस अधिकारी कैंप कर गए।देर रात्रि मामले में समझा बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया गया है।वहीं, मामले की जांच पडताल शुरू कर दिया गया है।पूर्वी चंपारण के एसपी कांतेश मिश्रा ने इस मामले ने नकरदेई थाना के एक एएसआई को लाइन हाजिर कर दिया है।उन्होंने निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।वहीं,पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम गठित किए जाने की सूचना देते हुए कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद दोषियों पर विधि सम्मत करवाई होगी।
इधर,युवक की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।ग्रामीण और परिजन पुलिस को आरोपित करते हुए निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिस कर्मी पर कडी कारवाई की मांग कर रहे हैं ।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त अड्डे पर जुआ खेलने के लिए आस पास के इलाके के लोग प्रतिदिन पहुंचते हैं। सूचना मिलते ही करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी जीप और बाइक से रेड करने पहुंचे थे।
पुलिस रेड के बाद ताश खेल रहे लोगों में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई।लोग इधर उधर बेतहाशा भागने लगे।
इसी में नकरदेई पंचायत के नकरदेई गांव निवासी शिव साह के पुत्र भरत साह(38) की मृत्यु हो गई।पुलिस यह कह रही है की छापेमारी के दौरान भागने के क्रम में गिरने से मौत हुई है।तो,परिजन पुलिस को आरोपित करते हुए बताते हैं कि भरत साह अपने खेत की ओर घूम रहे थे।जिनको पकड़ कर पुलिस ने पिटाई कर दी।पिटाई के दौरान ही भरत साह की मौत हो गई।उसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को उठा कर रक्सौल थाना क्षेत्र के श्री राम पुर जाने वाले रास्ते में रख दिया और एक बाईक छोड़ कर पुलिस वाले जीप से भाग गए।
पूर्व मुखिया बच्चा गिरी का कहना है कि मृतक बिल्कुल निर्दोष और परिवार में अकेला कमाने वाला था।पुलिस ने यह मामला दो प्रखंड और दो थाना क्षेत्र के बीच फंसाने की कथित कोशिश की,लेकिन,लोगों ने बाइक पकड़ लिया।उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी अर्द्ध विक्षिप्त है।परिवार बेसहारा हो गया है।हमारी मांग है कि आरोपी एएसआई विजेंद्र यादव पर धारा 302 के तहत जान से मारने का मुकदमा चले।उसे नकरदेई से हटाया जाए।उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी एएसआई शराब पी कर आए दिन लोगों को पीटने और पैसे वसूली का काम करता रहता था।
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियो का कहना है कि पुलिस नकरदेई की ओर से उक्त व्यक्ति को अचेत स्थिति में लेकर पहुंची, जिसे देख लोग आक्रोशित हो गए। इस दौरान पुलिसकर्मी जैसे-तैसे भाग निकले।
मृतक की पत्नी रामदूलारी देवी, पुत्र अर्जुन कुमार(20),अर्जुन कुमार (10)ने रोते चीख चीख कर आरोप लगाया कि पुलिस ने नकरदेई थाना क्षेत्र में चिलचिलाती धूप में निर्मम पिटाई की।उनका सवाल है कि पुलिस ने जुआ खेलते पकड़ा, तो पिटाई क्यों की?उनका कहना है कि स्थिति बिगड़ी तो पुलिस को अस्पताल ले जाना था, लेकिन छोड़कर भाग गए। समय से अस्पताल पहुंचाते, तो बच जाते।परिजनों का दावा है कि पिटाई के निशान शरीर पर देखे जा सकते हैं।
घटना के बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण है।इस संबंध में नकरदेई थानध्यक्ष जब्बार हुसैन ने बताया की नदी के उस पार कुछ लोग इकट्ठे होकर जुआ खेल रहे थे, पुलिस गश्ती दल ने दूर से ही डांट लगाई तो भगदड़ मच गई। इस दौरान गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई।
डीएसपी धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। मृत्यु का कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा। परिवार ने आरोप लगाया है, उसकी जांच होगी।