Sunday, November 24

एएचटीयू-एसएसबी एवं रक्सौल पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में 8 लड़कियों और 3 लड़कों को कराया गया मुक्त,किया जाता था यौन शौषण!

*नेटवर्किंग कम्पनी के चंगुल में फंसी थी युवतियां, नशा दे कर किया जाता था गलत काम

रक्सौल।(vor desk)।डीएसपी धीरेंद्र कुमार, सीओ विजय कुमार के नेतृत्व में मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47वीं वाहिनी रक्सौल सशस्त्र बल न्याय केंद्र प्रोजेक्ट,प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल के संयुक्त अभियान में रक्सौल के सभ्यता नगर में छापेमारी कर 08 लड़कियों और 03 लड़को को मुक्त कराया गया। 

रेस्क्यू की गई लड़कियों ने खुलासा करते हुए बताया कि रात में नशे की दवाई खिला कर सोने के बाद उनके साथ यौन शोषण किया जा रहा था, पर डर के कारण चुपचाप सह रही थी। सभी लड़कियाँ अनुसूचित जनजाति की हैं 07 लड़कियाँ झारखंड की और 01 बंगाल की थी। तीन पीड़ित लड़को से जानकारी मिली कि यदि उन्हें उनके 20 हजार रुपए वापस मिल जाते तो वो वापस चले जाते किंतु गरीब परिवार के हैं और उनके लिए ये रुपए बहुत बड़ी रकम है। 
सभी लड़कियों ने बताया कि फोन काल कर नेटवर्किंग और जॉब के नाम पर तीन-तीन लड़कियों को मोटिवेशन कर के रक्सौल (बिहार) आने को कहा तभी यहाँ से जाने देंगे। उन्होंने बताया की फोन कॉलिंग के दौरान व्यक्ति सामने रहते थे ।


 मिली सूचना के मुताबिक, एएचटीयू इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा को झारखंड से एक पीड़ित लड़की की माँ ने गुहार लगाई कि उनकी बेटी को रक्सौल में जॉब दिलवाने और अच्छी पगार के नाम पर बहला फुसला कर बुलाया गया और बंधक बना लिया गया इसके बाद धमकी दी कि यदि 12000 रुपए नही भेजे तो लड़की को नहीं छोड़ेंगे।
इसके पश्चात इंस्पेक्टर शर्मा ने मोबाइल नम्बर की मांग की और उसकी लोकेशन को लिया गया किंतु उसकी ग्रेडिंग अच्छी ना होने के कारण लड़की को ढूंढना बहुत मुश्किल हो गया था, दो दिन बाद बहुत मुश्किल से लोकेशन खोज ली गई।जिसके बाद डीएसपी धीरेंद्र कुमार से संपर्क किया गया ,जिनके नेतृत्व में उक्त ऑपरेशन हुआ।


इस घटना में शामिल 05 अभियुक्तों में से एक व्यक्ति और एक महिला को गिरफ्तार किया गया है।
बाकी तीन अपराधियों पर दबिश की जा रही है और खोजबीन चल रही है। 
 
डीएसपी धीरेंद्र  कुमार ने कहा समाज में ऐसे अपराधों की रोकथाम पर आगे भी ऐसी कार्यवाहीयां होती रहेंगी। 
 
प्रयास की आरती कुमारी ने कहा कि मार्केटिंग के नाम पर अपराधी ऐसे देह व्यापार के कार्यों को अंजाम देना यहाँ पहली बार सामने आया। 
 
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा (एएचटी यू)ने कहा कि मानव तस्करी का ये एक और भयंकर चलन समाज के सामने उजागर हुआ है। 
 
संयुक्त रेस्क्यू ऑप्रेशन मे मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47वीं वाहिनी रक्सौल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक अनिल शर्मा, हवलदार अरविंद द्विवेदी,रक्सौल थानाध्यक्ष नीरज कुमार, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल से आरती कुमारी, राज गुप्ता, विजय शर्मा आदि मुख्य रूप से शामिल थे।

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