*सुशासन बाबू के करीबी और वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह के चचेरे भाई अरुण सिंह के घर हुई है डकैती, रंग में पड़ा भंग
*नव पद्स्थापित डीएसपी धीरेंद्र कुमार के पद भार संभालते ही हुई भीषण डकैती की घटना,पुलिस के लिए खुली चुनौती
रक्सौल।(vor desk)। नेपाल सीमा से लगे पूर्वी चंपारण के रक्सौल प्रखंड के महदेवा गांव में सशस्त्र अपराधियो ने बंदूक की नोक पर भीषण डकैती की घटना को अंजाम देते हुए लाखों रुपए की संपत्ति लूट ली।घटना स्थानीय प्रमुख व्यवसाई सह कृषक अरुण सिंह के आवास पर बीती रात्रि करीब बारह बजे घटित हुई।सूत्रों के मुताबिक,घटना में करीब डेढ़ दर्जन हथियार बंद अपराधी शामिल थे।इस घटना में आभूषण,नकदी,कीमती समान समेत करीब पचास लाख की संपति लूटे जाने की सूचना है।इलाके में हुई इस भीषण डकैती की घटना में अपराधी करीब डेढ़ घंटे तक तांडव मचाते रहे।लेकिन,परिजनों और ग्रामीणों की सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस और एसएसबी नही पहुंच सकी।
सीमावर्ती घोड़ासहन प्रखंड के श्री पुर में मोतिहारी कॉपरेटीव बैंक के उपाध्यक्ष अरुण सिंह के यहां बीते दिनों हुई घटना के तर्ज पर हुई इस भीषण डकैती से इलाके में दहशत का आलम है।इससे कोई तीन माह पहले आदापुर के झिटकैया में भी इसी ढंग से लूट पाट डकैती हुई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक,यह गिरोह कुख्यात कच्छा बनियान गैंग से जुड़ा बताया जा रहा है।जो गंजी, अंडरबियर,गमछा पहने और चेहरा को ढके हुए थे।उनकी बोली पूर्वाहा यानी मैथिली जैसी थी।हालाकि,पुलिस जांच कर रही है कि गैंग कौन था और घटना अंजाम दे कर किधर भागा ।
परिजनों के मुताबिक,यह गिरोह दो मंजिले मकान के छत से तोड़ फोड़ कर घर में घुसा और अरुण सिंह के पुत्र अजीत सिंह उर्फ लड्डू पर बंदूक तान दी और हाथ मुंह बांध डाला।फिर एक कमरे में बंद कर दिया।फिर गिरोह बंद अपराधियो ने अरुण सिंह ,उनकी पतोहु के अलावा एक एक करके परिवार के महिला और पुरुष समेत सभी सात सदस्यों को अलग अलग कमरों में बंद कर दिया ।और जम कर लूट पाट मचाई।घर के आभूषण ,नकदी, अन्य कीमती संपत्ति लुटते हुए आराम से भाग निकले।मंजे की बात रही कि न तो उन्होंने फायरिंग की और ना ही किसी जख्मी किया।पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक,अपराधी पिस्टल, नलकटुवा,और अन्य अत्याधुनिक हाथियार से लैस थे,जिन्होने चेतावनी दी कि अगर विरोध और हिला हुज्जत की तो गोली मार देंगे,जिस कारण परिजन खौफ के साए में घटना क्रम में चुप चाप बंधक बने रहे।जैसा कि बताया गया है ,अपराधी जब छत के रास्ते घर में घुसे और घर को घेरे रखा, उस बीच नपे तुले अंदाज में वे समान लुटते दिखे,जैसे की उन्हें घर की भौगोलिक स्थिति की जानकारी रही थी।
बताया गया है कि परिवार में आगामी 10 मई को जनेऊ ( यज्ञोपवित संस्कार,) की तैयारी थी।जिस कारण रिश्तेदार भी घर आ गए थे,जो भी इस लूट पाट के शिकार बने।पीड़ित परिजन भयाक्रांत और आहत हैं। परिजन इस बात के आकलन में जुटे हैं की क्षति कितनी हुई यानी कुल कितने की लूट हुई।लड्डू सिंह का कहना है कि हम बर्बाद हो गए।डकैत घर का सभी समान लूट ले गए।उन्होंने बताया कि मेरे पिता के लाइसेंसी बंदूक की करीब एक दर्जन कारतूस भी लेते गए।हालाकि,दो नाली बंदूक इसलिए बच गई की वह रक्सौल बाजार वाले मकान में रखी थी।
परिजनों का यह आरोप है कि घटना को ले कर एसएसबी महदेवा कैंप और रक्सौल थाना को दूरभाष से सूचना देने के लिए कॉल किया गया,लेकिन,कॉल रिसीव तक नही हुआ।जब लड्डू सिंह के बड़े भाई अमित सिंह उर्फ मिट्ठू सिंह खुद रक्सौल थाना पहुंचे , तब पुलिस सक्रिय हुई।
बताया गया कि डकैती के कोई डेढ़ -, दो घंटे बाद पुलिस टीम घटना स्थल पहुंची।इस बीच अपराधी सारा समान ले कर भाग निकले।उनके नेपाल भागने की चर्चा तेज है,क्योंकि,यह गांव सीमा पर अवस्थित है।
घटना की सूचना पर नव पदस्थापित डीएसपी धीरेंद्र कुमार और इंस्पेक्टर नीरज कुमार ने पीड़ित के घर का मुआयना किया और अग्रतर करवाई शुरू की।उन्होंने बताया कि मामले में जांच और छापेमारी शुरू कर दी गई है।इधर, एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और आवश्यक निर्देश दिए हैं।
इधर,घटना के बाद राजद नेता सह पूर्व विधान सभा प्रत्याशी राम बाबू यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दिया है और पुलिस से अविलंब अपराधियो को गिरफ्तार करने की मांग की है।उन्होंने एसपी कांतेश मिश्रा से खुद जांच करने और लूटे गए सामानों की।रिकवरी की मांग की है।