*नेपाल के पीएम प्रचंड ने बहुमत साबित करने के बाद कहा -‘अब आराम से चलेगी सरकार!’
*प्रचंड कैबिनेट के विस्तार की तैयारी,कांग्रेस 8 और माओवादी 5 मंत्रालय रखेगी,बाकी अन्य दलों को
*नेपाल के उप राष्ट्रपति राम सहाय प्रसाद यादव ने लिया शपथ
काठमांडू।(vor desk)।नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। प्रचंड की पीएम की कुर्सी भी सही सलामत है। उन्होंने सोमवार को संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया। सदन में उपस्थित कुल 262 सदस्यों में से नेपाल के पीएम के समर्थन में 172 वोट पड़े। 89 ने उनके विरोध में वोट किया और एक ने मतदान में भाग नहीं लिया।
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (एमाले) और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (राप्रपा) के सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद दहल को बहुमत साबित करना पड़ा। दहल के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार को नेपाली कांग्रेस, माओवादी केंद्र, एकीकृत समाजवादी सहित 10 राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त है।
नेपाली कांग्रेस समर्थन में
इससे पहले नेपाली कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल को विश्वास मत देने के लिए प्रतिनिधि सभा के सदस्यों के लिए व्हिप जारी किया था। कांग्रेस संसदीय दल के रविवार को हुए फैसले के मुताबिक, सांसदों को प्रधानमंत्री दहल के पक्ष में विश्वास मत देने और सरकार में भाग लेने के लिए व्हिप जारी किया गया। कांग्रेस के मुख्य सचेतक रमेश लेखक ने बताया कि नेपाल के संविधान के अनुसार, नेपाली कांग्रेस ने सरकार के समर्थन में प्रधानमंत्री के पक्ष में है।
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी साथ आई
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (रास्वपा) ने दहल को विश्वास समर्थन देने का फैसला लिया। वहीं, लोकतांत्रिक सामाजवादी पार्टी ने भी प्रधानमंत्री दहाल को विश्वास मत देने का फैसला किया। संसदीय दल की बैठक में विश्वास मत के समर्थन का निर्णय हुआ।
राम सहाय प्रसाद यादव ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ
वहीं, नेपाल के नव-निर्वाचित उपराष्ट्रपति राम सहाय प्रसाद यादव सोमवार को शपथ ग्रहण किया।