आदापुर।(vor desk)।प्रखंड के लक्ष्मीपुर – पोखरिया गांव के सिक्किम(गंगटोक) के चांगो झील की पहाड़ी पर तैनात इंडियन आर्मी के जवान मिथलेश कुमार की संदिग्ध मौत की सूचना से इलाके में कोहराम है।मृत जवान के पिता रामायण यादव बेटे के गम में बदहवास बने हुए हैं ।उन्होंने अपना दर्द सुनाते हुए कहा है कि वे चिमनी भट्ठा पर ईंट पाथ कर इकलौते पुत्र मिथलेश कुमार को पढ़ाया।बेटे ने अपने मेहनत और लगन से हमारे सपने को पूरा किया।देश की सेवा करने के जज्बे से प्रेरित हो वर्ष – 2019 में मिल्ट्री ज्वाइन कर लिया। ईमानदारी तथा कर्तव्यनिष्ठा के साथ सिक्किम (गंगटोक) के चांगो झील पर जीडी आर्टिलरी 54वी मध्य रेजीमेंट में कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हो गया है।बेटे के मौत के सदमा से मां निर्मला देवी या बहन सीमा कुमारी (18 वर्ष) बार बार बेहोश हो जा रही हैं।
बावजूद,मौत का कोई स्पष्ट कारण नही बताया जा रहा।आधिकारिक सूचना जो पिता को मिले है उनके मुताबिक,ड्यूटी के दौरान पेशाब करने के क्रम में पैर फिसलने से पहाड़ी से गिर कर होना बताया जा रहा है।इस आशय की पुष्टि करते हुए शहीद जवान के पिता रामायण यादव बताते है कि बेटे ने अपने फूस की झोपड़ी को पक्का बनाने के लिए मकान का नींव तैयार कर लिया था।अभी बाबू की शादी भी नही हुई है और हम सबको इस हालात में छोड़ दुनियां से विदा हो गए।वे बताते है बेटे की मौत संदिग्ध है।घर पर शव आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि उनका बेटा कैसे शहादत को प्राप्त किया है।
इधर,गांव में इस घटना की खबर मिलते ही मातमी सन्नाटा पसर गया है।शहीद जवान के दरवाजे पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है।सभी की आंखे नम है।मृतक की मौसी और माता अर्द्धबेहोशी की हालत में शिवरात्रि व्रत का पारण भी नही कर सकी है।दो दिनों से सभी भूखे है।माता निर्मला बार – बार दरवाजे की ओर एक टक हो बेटे के घर आने का प्रतिक्षा कर रही है।उन्हे बताया गया है कि मिथलेश सुरक्षित है और उसके पैर टूटे है वह घर आ रहा है।इस दर्दनाक मंजर को देख सबकी आंखें नम हो जा रही है।