रक्सौल।( vor desk )।तिरंगा हमारी आन बान शान और हमारे संघर्ष की कहानी कहता है। यह जब भी जहां भी फहराता है, इसकी कलाबाजियां, हवा से अठखेलियां हर भारतीय को जोश और उमंग से भर देती हैं। ऐसा ही उमंग नेपाल सीमावर्ती रक्सौल रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। जब यहां 100 फुट ऊंचे हाईमास्ट पर 20 फुट चौड़ा और 30 फुट लंबा तिरंगा फहराया गया। पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर रेल मंडल अंतर्गत रक्सौल में फहराया गया यह तिरंगा 365 दिन 24 घंटे आकाश में फहरता रहेगा।तिरंगे पर 24 घण्टे प्रकाश की व्यवस्था की गई है।
हुआ लोकार्पण:
आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव समारोह के अवसर स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या तिरंगे के लोकर्पण कार्यक्रम में स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह,आईओडब्लू एसके मिश्रा व डीसीआइ संजय कुमार समेत रेलवे, आरपीएफ ,जीआरपी के अधिकारीगण मौजूद रहे।यह ध्वज रक्सौल रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के सामने अवस्थित पार्क गेट से लगे पश्चिमी ओर लगा है।जहां रेलवे पार्सल के लिए आवाजाही करते भी दर्शन किया जा सकता है। ध्वजारोहण होते ही भारत माता के जयकारों से रेलवे परिसर गूंज उठा।
इंजीनियरों द्वारा हाई मास्टर पोल लगाया
रक्सौल रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या 100 फिट का तिरंगा फहराया। इसके लिए प्रशिक्षित इंजीनियरों द्वारा 100 फिट ऊंचाई का हाई मास्ट पोल लगाया गया । इस पूरे काम मे करीब दस लाख रुपये का खर्च आया है ।तिरंगा ध्वज पैराशूट के कपड़े से बना है,जो,हवा के झोंको से सदा लहराता रहेगा।इस बाबत रक्सौल स्टेशन के अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि लोगों में देश भक्ति की भावना पैदा करने के उद्देश्य से स्टेशन परिसर में 100 फीट तिरंगा को स्थापित किया गया है।
उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का नमन करते हुए कहा कि रक्सौल स्टेशन परिसर में 100 फीट ऊंचा ध्वज लगना देश व रक्सौल के लिए गौरव की बात है।
डीसीआई संजय कुमार ने कहा कि पहले देश के एयरपोर्ट पर ध्वज लगता था, लेकिन अब बड़े बड़े रेलवे स्टेशनों पर भी लग रहे है।रक्सौल में ट्रेनों से आने वाले देशी विदेशी यात्री व पर्यटक तिरंगे का दीदार किये बिना नही रह सकेंगे।
वहीं,आईओडब्ल्यू एसके मिश्रा ने कहा कि भारतीय ध्वज संहिता को ध्यान में रखते हुए झंडे को पर्याप्त रोशनी से रोशन करने को प्राथमिकता दी गई, जो राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन के लिए नियम निर्धारित करता है।
24 घंटे फहराता है तिरंगा
रेलवे स्टेशन पर रविवार से 24 घंटे 100 फीट ऊंचे हाईमास्ट पर तिरंगा लहराते दिखाई देने लगा है। इस तिरंगे की खासियत है कि यहां 365 दिन 24 घंटे आकाश में फहराता है। तिरंगे पर 24 घंटे प्रकाश की व्यवस्था की गई है। वहीं,सबसे ऊपर रेड इंडिकेटर लगाया गया है, ताकि,प्लेन न टकराये।
प्रकाश के लिए तिरंगे के दोनों ओर फोकस लाइट लगाए हैं।
तिरंगे की सलामी व स्वागत:
भारत विकास परिषद ने इस हाई मास्ट नेशनल फ्लैग के लिये पहल किया था।डीआरएम इस पर सकरात्मक रहे।जश्न -ए -आजादी पर राष्ट्रीय ध्वज लगने के बाद इसे देखने पहुंच रहे लोग सलामी दे रहे हैं।परिषद के रक्सौल इकाई अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जब लोग अब झंडे देखेंगे तो उन्हें देश भक्ति, देश और देश के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने वाले लोगों की याद आएगी।
वहीं,सीमा जागरण मंच के स्टेट कॉर्डिनेटर महेश अग्रवाल ने कहा कि हम अपने परिवारों और जीवन में इस कदर उलझ जाते हैं कि हम देश और समाज को भूल जाते हैं।लेकिन,यह ध्वज राष्ट्र प्रेम का अलख जगाएगा।
रक्सौल चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव राज कुमार गुप्ता ने रेलवे को धन्यवाद देते हुए कहा कि रक्सौल बॉर्डर पर यह पहला हाई मास्ट नेशनक फ्लैग लगना स्वागत योग्य है।रक्सौल -वीरगंज की मुख्य सीमा पर भी ऐसा ध्वज शीघ्र लगना चाहिए।