काठमांडू।( vor desk )।नेपाल सरकार ने गुरुवार, 4 अगस्त को देश मे आम चुनाव की तिथि की घोषणा कर दी है।गुरुवार को देउबा सरकार ने आगामी 20 नवंबर 2022 यानी नेपाली तिथि के अनुसार मंगसिर 4 गते को संघीय और प्रांतीय चुनावों को आयोजित करने के अपने दृढ़ संकल्प की घोषणा की है।
नेपाल मंत्रिमंडल की एक बैठक में चुनाव आयोग (ईसी) की सिफारिश के आधार पर 22 नवम्बर को चुनाव कराने का यह फैसला लिया गया था। सिफारिश के अनुसार, चुनाव निकाय के प्रबंधन के लिए लागत प्रभावी और आसान बनाने के लिए एक ही दिन यानी एक ही चरण में चुनाव आयोजित किए जा रहे हैं।
शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व में गठबंधन सरकार अब कार्यवाहक बन गई है और चुनावों की घोषणा के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण निर्णय लेने में असमर्थ है।
मुख्य चुनाव आयुक्त दिनेश कुमार थपलिया का दावा है कि चुनाव आयोग की तैयारी पूरी करने के लिए बाकी 107 दिन काफी हैं। सरकार चुनाव आयोग अधिनियम 2017 के अनुसार चुनाव आयोग के साथ परामर्श करने के बाद चुनाव की तारीखों की घोषणा करती है।
श्री थपलिया ने कहा है कि मतदाता नामावली का संकलन कार्य शुक्रवार को शुरू होना था,जिसे स्थगित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार यानी 7 अगस्त से चुनाव के लिए राजनीतिक दलों का पंजीकरण शुरू किया जाएगा।
केंद्र (संघीय )व राज्य( प्रांतीय ) चुनाव के लिए नेपाल पुलिस ने भी कमर कस ली है।कहा है कि पुलिस पुलिस चुनाव के लिये सक्षम है।
गौरतलब है कि चुनाव प्राधिकरण के अधिकारियों ने पहले 18 नवंबर को इस उम्मीद के साथ चुनाव आयोजित करने की सलाह दी थी कि वर्तमान प्रतिनिधि सभा और प्रांतीय विधानसभा की शर्तें 8 दिसंबर को समाप्त हो जाएंगी।
पिछले दफे 8 दिसंबर को फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट विधि के तहत, आयोग ने संघीय और प्रांतीय चुनावों के दूसरे चरण के शुरुआती विजेताओं की घोषणा की थी।
बता दे कि संघीय गणतंत्र नेपाल में भारत की तर्ज पर पांच वर्ष में यह चुनाव आयोजित होता है। वर्ष 2017 में, पूर्ववर्ती संघीय और प्रांतीय चुनावों के दो चरण 26 नवंबर और 7 दिसंबर को आयोजित किए गए थे।