रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल समेत सीमाई क्षेत्र में सैकड़ो की संख्या में सुअरों की हुई मौत व मौत के आंकड़ों में लगातार हो रही वृद्धि के मामले को ले कर स्वास्थ्य विभाग एलर्ट मोड पर है।मृत सुअरों के सेम्पल( बेसरा ) जांच में ‘अफ्रीकन स्वाइन फीवर ‘की पुष्टि हुई है।स्वाइन फ्लू से मिलती जुलती इस बीमारी फैलने की आशंका से विभाग के हाथ पांव फुले हुए हैं।इसको देखते हुए पूर्वी चंपारण के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा के निर्देश पर रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल में उपाधीक्षक सह पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन कुमार की देख रेख में चार सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है।विभाग ने 24 घण्टे में इसकी रिपोर्ट व ‘लाइन लिस्ट ‘तलब की है।जिसको ले कर मेडिकल ऑफिसर डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह, डॉ जीवन चौरसिया,डॉ मुराद आलम व डॉ सौरभ कुमार वर्मा के नेतृत्व में अलग अलग मेडिकल टीम गठित की गई है।जिसने रक्सौल नगर व आस पास के वैसे इलाके में जहां सुअरों की मौत हुई है।वहां घर घर जा कर सर्वे व जांच में जुट गई है।ताकि,यह पता लगाया जा सके कि प्रभावित एरिया में लोग’स्वाइन फ्लू’ व इससे मिलते जुलते लक्षण से प्रभावित हैं या नहीं।सर्दी,जुकाम,बुखार ,सर व बदन दर्द जैसे लक्षण वाले संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग व हेल्थ जांच भी की जा रही है।टीम विभागीय निर्देश पर रक्सौल नगर के नेपाली स्टेशन,अहिरवा टोला,मौजे, कोरिया टोला,नागा रोड समेत वार्ड 6,7,18,19,22,23,24 आदि के विभिन्न प्रभावित मुहल्लों में सक्रिय है।
इस आशय की पुष्टि करते हुए अनुमण्डल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन कुमार ने कहा कि हम इसे हल्के में नही ले सकते हैं।उन्होंने बताया यदि किसी को भी स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते हैं,तो, तुरंत उपचार की पहल की जाएगी।कोई संदिग्ध मरीज दिखे तो अस्पताल में तुरंत सम्पर्क करें व सूचना दें।ताकि,त्वरित इलाज हो सके।उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गठित मेडिकल टीम सर्वे व स्वास्थ्य जांच में जुटी है।ताकि,तस्दीक हो सके कि स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीज क्षेत्र में है या नहीं।टीम को पांच दवा वाला एक किट भी दिया गया है,जिसमे,एजिथरोमाइसिन, विटामिन सी,लेबिसिट्रीजन, पारा सिटामोल, ओआरएस शामिल है।जिसे त्वरित इलाज हेतु लक्षणयुक्त संदिग्ध मरीजो की पहचान के बाद उन्हें देना हैं।
*सुअरों की मौत नियंत्रण व स्वाइन फीवर से निपटने को ले कर विभाग की तैयारी
रक्सौल।सुअरों की लगातार मौत पर नियंत्रण ,स्वाइन फीवर से निपटने व इससे मिलते जुलते रोग स्वाइन फ्लू फैलने की आशंका को ले कर रक्सौल में विभिन्न विभाग आपसी सहयोग-समन्वय विभाग की तैयारी में जुटे दिख रहे हैं।स्वस्थ्य विभाग के साथ रक्सौल प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है।नगर परिषद,स्वास्थ्य विभाग,पशुपालन विभाग समेत अन्य सम्बंधित विभाग के आपसी समन्वय से इस ‘खतरे’ से निपटने की तैयारी शुरू हो गई है। इस बीच शनिवार को रक्सौल अनुमण्डलिय अस्पताल में उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित हुई।जिसमे सुअरों की मौत पर चिंता जताई गई । बैठक में प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ. विकास मिश्र ने कहा कि मृत सुअरो में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई है, जिसके बाद अब आगे की रणनीती बनाई जा रही है। बीडीओ संदीप सौरभ ने भी रिपोर्ट आने व स्वाइन फीवर की पुष्टि करते हुए बताया कि इस पूरे मामले के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है, वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार अग्रतर कदम उठाया जायेगा। मौके पर युनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार, जीविका के ब्रजेश्वर राय, डॉ. आरपी सिंह, महिला पर्यवेक्षिका सुनिता कुमारी, मीरा कुमारी, पुष्पा गुप्ता, बीएचएम आशीष कुमार, डॉ. सौरभ, डॉ आरपी सिंह, डॉ अजय कुमार,रंजीत कुमार गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे।
डॉ राजीव ने बैठक में जोर दिया कि पशुपालन विभाग को चाहिए कि शीघ्र ही सुअरों व अन्य बीमार मवेशियों के इलाज की पहल व आवश्यक कार्रवाई करे।जन जागरूकता अभियान चलाने पर बल देते हुए कहा कि सुअरों को इंसानी बस्ती से दूर हटाना जरूरी है।हालांकि,वरीय अधिकारियो व नगर परिषद के अधिकारियों की अनुपस्थिति से त्वरित तौर पर कोई ठोस कदम नही उठाया जा सका।
पशुपालन विभाग की टीम भी कर चुकी है जांच,रिपोर्ट से हड़कम्प
रक्सौल।सुअरों की मौत जून माह के पहले पखवाड़े में सामने आया था,जो अब भी नही रुकी है।नगर परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 112 मौत हो चुकी है।अनुमण्डल प्रशासन की रिपोर्ट के बाद बाद पटना व मोतिहारी के पशुपालन विभाग की टीम ने रक्सौल पहुंच कर जांच की व मरे हुए सुअरों का सेम्पल कलेक्शन कर ले गए।सुअर पालकों व प्रभावित इलाके में पूछ ताछ की व जायजा लिया। जिला पशुपालन पदाधिकारी के डॉ प्रवीण कुमार के नेतृत्व में पहुंची जांच टीम में डॉ मृत्युंजय शरण,डॉ ओम प्रकाश कुमार, डॉ अरुण कुमार आदि मौजूद थे।विभाग के मुताबिक,संग्रहित बेसरा को टीम ने जांच के लिए भोपाल व कोलकाता भेजा है। सूत्रों के मुताबिक,रिपोर्ट’ पॉजिटिव’ आया है। यानी स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई है।नगर परिषद के प्रशासक राम दुलार राम के मुताबिक,नगर परिषद प्रशासन सतर्क है,साफ सफाई -सैनिटाइज,ब्लीच छिड़काव का अभियान चलाया जा रहा है।
शहर में डर का माहौल
रक्सौल।नगर व आस पास क्षेत्र में सुअरों की लगातार मौत से भय का माहौल है।शुक्रवार को भी रक्सौल स्टेशन रोड स्थित रेलवे पोखरा,बड़ा परेउवा,आइसीपी बाईपास रोड आदि एरिया में मरे हुए सुअरों को फेंका हुआ पाया गया,जिससे दहशत कायम है। स्वाईन फ्लू फैलने की आशंका को देखते हुए रक्सौल चेम्बर ऑफ कॉमर्स ,लायन्स क्लब व स्वच्छ रक्सौल संस्था ने शहर में मृत सुअरों के यत्र-तत्र फेंकने, स्वछंद विचरण पर रोक लगाने व गली,सड़क,नाले की सफाई व शहर में सैनिटाइज कराने की मांग की है।स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह का कहना है कि नगर परिषद के कर्मी भी लापरवाही बरतते हुए सुअरो को दफनाने की बजाय कौड़िहार बाईपास रोड में कूड़े के ढेर में फेंक रहे हैं।यह लापरवाही भारी पड़ सकती है।