रक्सौल।( vor desk)।
एंटी ह्युमन ट्रेफिकिंग यूनिट की रक्सौल की टीम ने दो नेपाली किशोरियों को रेस्क्यू किया है।इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में उन्हें रेस्क्यू किया गया है।गुप्त सूचना पर रक्सौल के राम जी चोक के पास से अभियान के तहत दोनो को रेस्क्यू किया गया।बाद में आवश्यक कार्रवाई के बाद उन्हें नेपाल पुलिस के जरिये एन.जी.ओ. माइती नेपाल को सौंपा गया।
जानकारी के मुताबिक,दोनो को दिल्ली में जॉब का झांसा दे कर बुलाया जा रहा था।रात्री में 1145 बजे रक्सौल से आनन्द विहार वाली ट्रेन से दोनो को दिल्ली आने को कहा गया था।
दोनों नाबालिग तीन दिन पहले काठमांडू से घर वालों को बिना बताये घर का स्वर्ण आभूषण और पैसा ले कर निकल गयीं थी।अभिवावक ने दोनों को बहुत खोजा पर कहीं कोई पता नहीं चला। उन्होंने नेपाल में एफ.आई.आर. भी दर्ज करवायी थी।
सूत्रों ने बताया कि घर वालों को सोशल मीडिया में इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा का नंबर मिला।उन्होंने एएचटीयू से प्रार्थना करते हुए कहा की हमारी बच्ची को वापस लाने में सहायता कीजिये।एएचटीयू टीम के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने उन्हें आश्वासन दिया और कहा कि जल्दी ही उनकी बच्चियों को वापस लाया जाएगा।
भाषा व् अन्य पूछताछ के कारणों को लेकर माइती नेपाल (एन.जी.ओ.) को सम्पर्क किया गया ।उनके आने पर, दोनों नाबालिग से जब बात की गयी तो उन्होंने पहले तो इधर उधर की बातें कहीं कि हम तो दिल्ली अपने रिश्तेदार के यहाँ जा रहे थे। जब उनसे पूछा कि रिश्तेदार कहाँ रहते हैं तो वो पता नहीं बता पाए। जब उनसे कहा गया कि तो घर से रूपये और सोना -आभूषण क्यों ले कर भागे? तब भी वो कोई उत्तर नहीं दे पाए।जब उनके फ़ोन चेक किये गए तो कोई उन्हें दिल्ली आने के मैसेज कर रहा था और उनसे रूपये और सोना लाने के संदर्भ में बात कर रहा था। इन्वेस्टीगेशन टीम अब उस व्यक्ति की जानकारी लेने में जुट गयीं है।
दोनों नाबालिगों को माइती नेपाल (एनजीओ) नेपाल प्रहरी बीरगंज को सौंप दिया गया और उनके अभिवावक को सूचना कर दी गयी है।
माइती नेपाल की हैड गोमा पोडेल ने कहा कि ए.एच.टी.यू टीम के साथ हम सदैव् सहयोग कर रहें हैं व करते रहेंगे।
ए.एच.टी.यू टीम के इंस्पैक्टर मनोज कु० शर्मा के साथ मुख्य आरक्षक राम कुमार, महिला आरक्षी मोनिका, महिला आरक्षी मोनिका कल्पना बाजपेई. माइती नेपाल एन.जी.ओ. से कृष्णा राणा मगर, पूजा ठकुरी का भी सहयोग रहा।