रक्सौल।( vor desk )। बॉर्डर पिलर संख्या 392/18 के पास छठियाघाट पंटोका से एक भटके हुए नौ वर्षीय नाबालिग बच्चे को ड्यूटी पर तैनात सहायक उपनिरीक्षक विनोद कुमार द्वारा देखा गया। जिसके बाद त्वरितरूप से मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल रक्सौल को इस संदर्भ में सूचना दी गई।
सूचना पर मानव तस्करी रोधी इकाई(एएचटीयू) के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा व प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर से आरती कुमारी तुरंत मौके पर पहुंचे।
जब बच्चे से प्यार से पूछा जाने लगा तो वह कुछ भी बताने में असमर्थ था। उसने बताया कि वह रक्सौल में तीन चार से भटक रहा है और उसने कुछ नहीं खाया है। उसे तुरंत भोजन करवाया गया । भोजन के बाद उसने बताया कि वह सुलतानपुर सिवान बिहार का है। वह अपने मामा के साथ नेपाल में गया था और वहाँ से वह भटक कर चला आया। बच्चे के घरवालों से संपर्क किया गया तो उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि उनका बच्चा भटक गया है।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने बच्चे के माता पिता को हिदायत दी और कहा कि अपने बच्चे का ध्यान रखिये अन्यथा मानव तस्करी करने वालो के हाथों में बच्चा लग जाता तो फिर मिलना असम्भव होता।
आरती कुमारी द्वारा बच्चे की काउंसिलिंग की गयी तथा बच्चे को समझाया ऐसे बिना जानकारी दिया बिना कहीं नही जाना है।
फिर, बच्चे को ओपी हरैया रक्सौल को सौंपा गया फिर पुलिस द्वारा बच्चे को चाइल्ड लाइन को दे दिया गया।