मोतिहारी/रक्सौल।( vor desk )।मोतिहारी में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति(दिशा) की बैठक मंगलवार को आयोजित हुई,जिंसमे रक्सौल मुख्य पथ निर्माण में लापरवाही व अनियमितता का मुद्दा गर्म रहा ।
इस बैठक में पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री सह मोतिहारी सांसद राधा मोहन सिंह व बिहार प्रदेश अध्यक्ष एवं पश्चिम चंपारण सांसद संजय जायसवाल, जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती ममता राय, विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा एवं जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति के सदस्य व जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
दिशा की बैठक में रक्सौल विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने रक्सौल में मुख्य पथ सड़क निर्माण एवं नाला निर्माण में देरी को लेकर मामला उठाया। उन्होंने जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति को लिखित आवेदन में जिक्र किया है कि विधानसभा 10 रक्सौल के अंर्तगत रक्सौल शहर मे रक्सौल लक्ष्मीपुर चौक से बाटा चौक तक पथ निर्माण विभाग के पथ निर्माण के स्वामित्व एवं नियंत्रणाधीन महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कार्य विगत मार्च 2021 के प्रक्रियाधीन है ।उक्त कार्य के समाप्ति अवधि 03 दिसम्बर 2021 थी।
कार्य मे शिथिलता के वजह से जिलाधिकारी के आदेश पर अपर समाहर्ता की उपस्थिति में अनुमंडल पदाधिकारी रक्सौल के कक्ष में कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग पथ ठेकेदार के द्वारा इस सड़क को 30 मार्च तक पूर्ण करने तथा एक तरफ का नाला पूर्ण करने का लिखित रूप से दिया गया था। साथ ही 30 अप्रैल तक सड़क एवं नाले का कार्य पूर्ण करने के लिए कहा गया था। लेकिन अब तक संवेदक और कार्यपालक अभियंता के निष्क्रियता के वजह से सड़क और नाला निर्माण का कार्य अभी तक पूरा नही हो सका।
सड़क और नाला निर्माण का गति बहुत ही धीमी है इस वजह से शहर में आवश्यकता से अधिक धूल की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस त्रुटि पूर्ण कार्ययोजना तथा पथ निर्माण में अनावश्यक बिलम्ब होने से रक्सौल के लोगों का आवागमन तथा जीवकोपार्जन की दिशा में त्राहीमाम की स्थिति व्याप्त है। नेपाल सीमा से सटे रक्सौल शहर जो काफी भीड़ भाड़ वाला रक्सौल बाजार में उक्त सड़क से आवागमन निहायत जानलेवा हो गया है। उन्होंने मांग किया है कि जनहित में आमजनों की सुरक्षा एवं आवागमन के सहूलियत के लिए उपयुक्त स्थिति की उच्च स्तरीय जांच कराई जाय और दोषी पदाधिकारियों पर कारवाई की जाये।
बताया गया कि इस पर सांसद सह दिशा के अध्यक्ष राधामोहन सिंह व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने संज्ञान में लेकर आश्वासन दिया कि इस संदर्भ में पथ निर्माण मंत्री से बात करके कार्य को जल्द से जल्द करवाया जाएगा और इस कार्य में अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों पर कारवाई की जायेगी।
वैसे,रक्सौल के इस ज्वलंत मुद्दे को सांसद द्वय व जिलाधिकारी के समक्ष उठाया गया,लेकिन, रक्सौल वासियों की आशा भरी नजर उनके आगामी कदम व समस्या समाधान पर केंद्रित है।क्योंकि, इससे पहले विधायक श्री सिन्हा इस मामले को विधानसभा सत्र में उठा चुके है,लेकिन,ठेका कम्पनी व अधिकारियों के कान पर जूं नही रेंगती।वे सरकार व जन प्रतिनिधियों पर भी भारी दिखते हैं।हाई कोर्ट के निर्देशो की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही है,लेकिन,मनमानी पर अंकुश की कारगर पहल अब तक नही हो पाई है।विभाग व ठेका कम्पनी की कार्यशैली से राज्य सरकार के सिस्टम पर उंगली उठ रही है और खूब किरकिरी भी हो रही है ।क्योंकि,सूबे में एनडीए की सरकार है।गौरतलब है कि यह ठेका सोना इजिकौन(गोपालगंज )को मिला है।जबकि,कार्य रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के अधीन है।
इसमें सिर्फ कार्य में विलंब का मुद्दा है गुणवत्ता की कोई बात नही है।मतलब गुणवत्ता गई तेल लेने – बस जैसे तैसे कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए।है कि नही।विधान सभा में भी विलंब का मुद्दा ही उठाया गया था नतीजा क्या रहा ??अब जिला समन्वय समिति का हस्र देखना बाकी है।