रक्सौल।(vor desk)।स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने व सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं व इलाज के बारे में लोगों को जानकारी देने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को निःशुल्क स्वास्थ्य मेला का आयोजन रक्सौल स्थित अनुमंडलीय अस्पताल सह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित हुआ।
एक दिवसीय मेला का उद्घाटन स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने किया।विधायक श्री सिन्हा ने मेला का निरिक्षण किया और कहा कि शीघ्र ही रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल का उद्घाटन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे करेंगे। आगमन के क्रम में स्वास्थ्य मंत्री के हाथों कोरोना मे बेहतर सेवा व योगदान के लिए चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी सम्मानित किये जायेंगे।इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा समेत सांसद प्रतिनिधि राज किशोर राय उर्फ भगत जी,भाजपा नगर अध्यक्ष कन्हैया सर्राफ,समेत पार्षद रवि गुप्ता,कमलेश कुमार,प्रवीण सिंह आदि मौजूद रहे।
इस मेला में अलग अलग काउंटर लगा कर स्वास्थ्य जांच किया गया और नि:शुल्क दवा दी गई।बताया गया कि इस मेले में गर्भवती महिलाओं के लिए ,आयुष ओपीडी के लिए, जनरल ओपीडी के लिए, जांच संबंधी काउंटर , परिवार नियोजन संबंधी काउंटर, आयुष्मान भारत का काउंटर, बीपी जाॅच, शुगर जाॅच आदि की कुल 18 से 20 प्रकार के काउंटर लगाकर लोगों को चिकित्सा सुविधा दी गई।
*मेला के नाम पर मजाक,गर्भवती महिला हुई बेहोश
यह मेला सुबह के 9 बजे से शुरू हुआ।शुभारम्भ के इंतजार के बीच कुछ मरीज देखे गए।उद्घाटन के बाद विधायक प्रमोद कुमार सिंहा के जाते ही मेला ‘मजाक’ साबित हुआ।चिकित्सकों के साथ ही स्वास्थ्यकर्मी अधिकांश उपकरणों को ले कर पीएचसी लौटने लगे।
मेला के लिए बनाये गए पंडाल में ‘हिट वेब ‘को ले कर अलर्ट के बावजूद पंखा की व्यवस्था नही थी।पेयजल तक कि माकूल व्यवस्था नदारद रही।जिससे चिकित्सक से ले कर मरीज तक पेशोपेश दिखे।पसीने से तर- बतर कई महिला डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी पंखा झलते दिखे।
इसमे सबसे ज्यादा 45 गर्भवती महिला समेत 7 बच्चे जांच व इलाज को पहुंची थीं।जिंसमे शहर के मौजे वार्ड 20 निवासी दो माह की गर्भवती महिला खुश्बू देवी( 19 वर्ष) गर्मी की वजह से मूर्छित हो कर गिर पड़ी।जिससे हो हल्ला मच गया।डॉ प्रिया कुमारी साह समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों सक्रिय हुए और बिगड़ती स्थिति में आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कर उसे ‘आर एल ‘चढ़ाना पड़ा।
वहीं, दुसरीं तरफ मेला की सफलता के लिए प्रचार प्रसार के अभाव व भीषण गर्मी की वजह से करीब 100 मरीजो ने ही रजिस्ट्रेसन कराया।
यही नही करीब 12.30 बजे ही मेला में लगा पंडाल करीब खाली हो गया।इक्का -दुक्का चिकित्सकों -स्वास्थ्य कर्मियों को छोड़ कर सभी नदारद हो गए। मरीज की संख्या भी नगण्य रही।इस बाबत पूछने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सह अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एस.के सिंह ने बताया की बेहोश हुई महिला का इलाज किया गया है।मेला में पंडाल खाली रहने के बाबत कहा कि चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी नाश्ता करने निकले होंगे।मरीज जब तक आते रहेंगे,उन्हें सेवा दी जाएगी।
जबकि,स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार ने पंखा व कुव्यवस्था के बाबत पूछने पर कहा कि अनुमंडलीय अस्पताल बन कर तैयार है।इसे चालू करा दीजिये,समस्या स्वत:समाप्त हो जाएगी।
हालांकि, दोपहर के 2 बजे से श्री सत्यनारायण मारवाड़ी पंचायती मन्दिर में जश्न ए टिका:कोरोना वैरियर्स सम्मान समारोह आयोजित था।जहां डॉक्टर, जीएनएम, एएनएम समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे हुए थे।ऐसे में मेला का आयोजन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए।सवाल तो यह भी उठ खड़ा हुआ कि विगत कई माह से अनुमंडलीय अस्पताल बन कर तैयार है,बावजूद ,उसे स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर करने की प्रक्रिया पूर्ण नही हो सकी है।जबकि,इसके उद्घाटन का दावा एक वर्ष से किया जा रहा है।यदि यह भवन चालू होता,तो,कार्यक्रम इसी में आयोजित होता और विपरीत हालात उतपन्न नही होती।