रक्सौल।( vor desk)।आजादी का अमृत महोत्सव (भारत @ 75) के समारोह के हिस्से के रूप में नेपाल के वीरगंज स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा “बिहार सरकार और नेपाल के मधेश प्रदेश सरकार के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने” विषयक एक गोष्ठी आयोजित हुआ।
बिहार दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय महावाणिज्य दुत नितेश कुमार ने किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य भारत -नेपाल के बीच द्विपक्षीय पर्यटन को बढ़ावा देना और दोनों पक्षों के पर्यटकों के सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करना था।इसके साथ ही इस संबंध में सरकारी और निजी एजेंसियों के बीच संपर्क व समन्वय स्थापित करना था।
इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि नेपाल के मधेश प्रदेश के उद्योग, पर्यटन और वन मंत्री शत्रुघ्न महतो थे।जिन्होंने अपने सम्बोधन में नेपाल -भारत के बीच सदियों पुराने ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक रिश्तो का उदाहरण देते हुए कहा कि हिन्दू व बौद्ध तीर्थ समेत प्रकृति-संस्कृति ने जो समीप्यता दी है,वह अद्भुत है।पर्यटन प्रर्वर्द्धन की आपार संभावनाएं हैं, जो दोनो ओर हजारों लोगों को रोजी रोटी के अवसर उपलब्ध कराने के साथ ही रिश्ते की डोर को मजबूत बनाने का काम करेगा।उन्होंने जोर दिया कि रामायण व बुद्ध सर्किट को बढ़ावा देते हुए दोनो देशों को सँयुक्त पर्यटन के विकास के लिए आपसी सहयोग-समन्वय के साथ पर्यटकों के लिए जरूरी सुविधाओं को बहाल करने की जरूरत है ।
इस कार्यक्रम में पर्यटन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा हुई,जिसमे भविष्य की रणनीति बनी।इसमे पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी कपिल शीर्षत अशोक अपर समाहर्ता(आपदा )अनिल कुमार,पश्चिम चंपारण के अपर समाहर्ता नन्द किशोर,रक्सौल के डीसीएलआर राम दुलार राम, कार्यपालक दंडाधिकारी सन्तोष कुमार सिंह,आइसीपी इंचार्ज ज्ञानेंद्र कुमार सिंह,वालमिकीनगर फॉरेस्ट रेंज के लाइजनिंग ऑफिसर विकास पांडे ,भारतीय महा वाणिज्य दूतावास के उप महावाणिज्य दूत तरुण कुमार,वाणिज्य दूत शशिभूषण कुमार ,शैलेन्द्र कुमार तथा नेपाल की ओर से पर्सा जिला के मुख्य जिला अधिकारी उमेश कुमार ढकाल,एसपी रमेश कुमार बस्नेत,आर्म्ड पुलिस फोर्स के एसपी तेज प्रसाद पोखरेल समेत एनआईडी-पर्सा, चितवन राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य संरक्षण अधिकारी, पर्सा राष्ट्रीय उद्यान के प्रतिनिधि ने अपने अपने विचार रखे।
वहीं, होटल और टूरिज्म एसोसिएशन के पर्सा जिलाध्यक्ष हरि पंत,रक्सौल चेम्बर ऑफ कॉमर्स के महा सचिव आलोक श्रीवास्तव समेत होटल,टूर -ट्रेवल्स समूह के प्रतिनिधियों ने भी चर्चा के दौरान ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। कहा कि कोरोना में धराशायी हुए पर्यटन व व्यापार को सरकारी संरक्षण-सहयोग की जरूरत है।
वक्ताओं द्वारा नेपाल के चितवन राष्ट्रीय उद्यान, पर्सा राष्ट्रीय उद्यान और भारत के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जुड़ाव पर प्रकाश डाला गया। यह नोट किया गया कि भारत और नेपाल के पर्यटन स्थल रामायण, बुद्ध और जैन सर्किट से जुड़े हुए हैं। मधेश प्रदेश और बिहार के पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों में पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
भारतीय वाहनों को होने वाली परेशानी पर हुई गम्भीर चर्चा:
इस कड़ी में भारत की ओर से पूर्वी चंपारण के प्रशासनिक अधिकारियो व रक्सौल चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने नेपाल जाते वक्त नगर पालिका व चेक पोस्टों पर भारतीय पर्यटकों व उनके फोर व्हीलर से टैक्स वसूली व सुरक्षा कर्मियों द्वारा कई बार बेवजह परेशान किये जाने का मुद्दा जोर शोर से उठाया।बताया कि कैसे भारतीय पर्यटक हतोत्साहित होते हैं,जबकि, ऐसी कुव्यवस्था को खत्म करना जरूरी है।वहीं,भारतीय वाहनों को एक वर्ष में मात्र 28 दिन के लिए ही कस्टम ड्यूटी पेड कर नेपाल प्रवेश के नियम पर आपत्ति जताते हुए सुविधा बढ़ाने व वाहन के इंट्री नियमो को सरल-सुविधाजनक बनाने की मांग रखी गई।
हेल्प डेस्क स्थापना पर जोर:
इस दौरान अधिकारियों ने सीमा पर दोनो ओर के पर्यटकों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने व टोल फ्री नम्बर जारी करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई। इसके साथ ही एक कमिटी बनाने पर भी बल दिया गया,जिससे कि पर्यटन प्रवर्द्धन में सहयोग मिल सके।
मंत्री दिखे सकरात्मक:
भारतीय महावाणिज्य दुतावास ने पहली बार बिहार व मधेश से जुड़े पर्यटन अभिवृद्धि की पहल की।दोनो ओर के शासन-प्रशासन व जुड़े लोगों को एक मंच दिया।
वहीं, चर्चा परिचर्चा पर मंत्री श्री महतो ने नेपाल में भारतीय वाहनों से सड़क करों और अन्य करों के संग्रह में सुधार और सुव्यवस्थित करने के मामले को देखने के लिए सहमति व्यक्त की। उन्होंने आगे प्रतिभागियों को आश्वासन दिया कि उठाए गए बिंदुओं को विधिवत नोट किया गया और मुद्दों को दूर करने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।