रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल में कोरोना बम फूटा है।तीसरे लहर के संकेत मिल रहे हैं।लेकिन,लापरवाही कम नही हो रही।सड़क पर जाम का आलम और बाजार में भीड़ भाड़ के साथ कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन साफ -साफ खतरे की आहट दे रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, रक्सौल में मेडिकल टीम की जांच में तीन दिनों में कुल 17 संक्रमित मिले हैं।गुरुवार को कुल 4 संक्रमित मिले थे।शुक्रवार को 8 व शनिवार को 5 संक्रमित मिले।इसमे शहरी क्षेत्र के नागरिको के साथ सरकारी दफ्तरों के कर्मी व पुलिस हिरासत में लिए गए व्यक्ति भी शामिल हैं।
इस हालात से एक ओर हड़कम्प मचा हुआ है,वहीं,कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन में लापरवाही को नियंत्रित करने में प्रशासन विफल दिख रही है।सड़क पर ट्रैफिक प्रबंध नही होने से मुसीबत और बढ़ रही है।हालांकि,एसडीओ आरती व डीएसपी चन्द्र प्रकाश ने इस मुत्तालिक भीड़ व जाम नियंत्रण के लिए मुख्य पथ से ठेला-खोमचा हटाने व सैनिक सड़क में ऐसे अस्थाई दुकानों को भेंडिंग जोन कायम कर स्थापित करने के मद्देनजर निरीक्षण भी किया।
इधर,स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक,रक्सौल पीएचसी में शनिवार को हुई जांच में कुल 5 संक्रमित मिले।वहीं,शुक्रवार को रेलवे स्टेशन व आइसीपी,पीएचसी ,एसआरपी हॉस्पिटल में हुए अलग अलग जांच में कुल 8 संक्रमित मिले ।जबकि,गुरुवार को कुल4 संक्रमित मिले थे।
पूर्वी चम्पारण के कोविड 19के नोडल पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि बढ़ते कोविड 19 के मामले को देखते हुए टेस्टिंग ,ट्रेकिंग व ट्रीटमेंट पर फोकस बढ़ाया गया है।कोविड टेस्ट को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
विभागीय सुत्रों ने बताया कि शुक्रवार को मिले संक्रमितों में ज्यादा सरकारी दफ्तर के थे।इसमे में दो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के रक्सौल मेन ब्रांच के स्टाफ हैं।जबकि,एक एसएसबी की जवान व एक रेलवे से जुड़े बताये गए हैं।
इस बीच,शहर के मुख्य पथ स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य शाखा के दो बैंक स्टाफ के संक्रमित पाए जाने के बाद गेट पर ताला बंद कर इसकी सूचना जारी कर दी गई है।वहीं,बैंक को सैनिटाइज करने के साथ उपभक्ताओं का प्रवेश बन्द कर दिया गया है।हालांकि, इसके बावजूद बैंक अहाते मे स्थापित एटीएम में उमड़ी भीड़ व लापरवाही से कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती दिखी।बैंक स्टाफ से ले कर गार्ड तक दहशत में दिख रहे हैं।बैंक स्टाफ अपने व परिजनों की कोविड जांच कराने की होड़ में हैं।बता दे कि इस बैंक के प्रबन्धक लक्ष्मी प्रसाद समेत कई स्टाफ पूर्व में कोविड संक्रमित हुए थे।बाद में विगत माह प्रबन्धक श्री प्रसाद की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई।
और तो और खुद सरकारी दफ्तरों और यहां तक कि सरकारी अस्पताल में कोविड प्रोटोकॉल की खूब धज्जियां उड़ाई जा रही है।रक्सौल पीएचसी के ओपीडी,कोविड टिकाकरण,बंध्याकरण व बैठकों में भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन साफ साफ नजर आता है।खुद स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमण के खतरे से जूझ रहे हैं।बल्कि,कुछ मेडिकल स्टाफ संक्रमित भी हो चुके हैं।ऐसे में लापरवाही के भारी पड़ने से इनकार नही किया जा सकता।डब्लू एच ओ ने भी चेता दिया है कि ओमीक्रौंन को हल्के में न लें।नेपाल में शुक्रवार को 24 ओमिकरौंन संक्रमण की पुष्टि भी चिंता का सबब बना हुआ है।