-हंगामे से डरी महिला टिकाकर्मी को आया चक्कर
-गार्ड नही होने से हो रही परेशानी
रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल के कौड़िहार चौक स्थिति शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र( अर्बन पीएचसी ) में किशोर-किशोरियों के टिकाकरण के दौरान हंगामा हो गया।टिका लेने पहुंचे कुछ किशोरों ने महिला टिकाकर्मियो के साथ अभद्र व्यवहार किया,जिस पर मना करने पर वे भड़क गए और तोड़ फोड़ कर दी।इस दौरान अस्पताल का थ्री सीटर चेयर तोड़ दिया गया।काफी समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ।वहीं,महिला टिकाकर्मी दल को सुरक्षित किया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, ठंड के समय कोविड टिकाकरण बड़ी चुनौती बनी हुई है।क्योंकि,अधिकतर तो ठंड की वजह से घर से नहीँ निकलते।वहीं,टिकाकरण के लिए पहुंचते हैं।वे कपड़े शर्ट या गर्म कपड़े खोलने से परहेज करते हैं।ऐसे में टिका लगाना कठिन हो जाता है,और यह विवाद का कारण भी बन रहा है।ऐसा ही मामला गुरुवार को इस केन्द्र में तब आया,जब भीड़ थी।इस दौरान 15 से 18वर्ष के किशोर-किशोरियों की भीड़ थी।जब टिकाकर्मी ने कपडे खोलने को कहा ,तो,कुछ किशोरों ने अभद्र स्थिति प्रस्तुत की।फब्ती भी की।हुआ कि किशोरों को अपने स्वेटर व जैकेट के साथ इनर भी उतराने पड़े।जिसके लिए उन्होंने जीन्स व पैंट की बटन भी खोली ,जिस पर मामला बिगड़ गया।बात तू तू मैं मैं तक पहुंच गई।
बकझक बढ़ने व हंगामा के बीच एक महिला टिकाकर्मी को चक्कर आने लगा
बताया गया कि दोनो टिकाकर्मी अविवाहित थे।गार्ड नही होने को वजह से केंद्र पर हंगामा के बाद टिकाकर्मी काफी डर गईं।इस कारण प्रथम सत्र के दौरान कुछ देर टिकाकरण प्रभावित भी रहा।टिकाकर्मियो का आरोप है कि कुछ किशोर कपड़े खोल कर ‘अभद्र हरकत’करने लगे।जिससे टिकाकरण के समय विपरीत हालत बन गई।
इधर,सूचना मिलते ही केंद्र के प्रभारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह सक्रिय हो गये।वेरिफायर राजेश व अन्य की मदद से समझा बुझा कर मामला शांत कराया गया।उन्होंने स्वीकार किया कि किशोरों ने हंगामा के दौरान थ्री सीटर चेयर तोड़ दिया है।वैक्सिनेशन के बाद इसी कुर्सी पर वेटिंग में लाभुकों को बिठाया जाता है।चार कमरों के इस केंद्र में एक भी बेड या अब दूसरा चेयर नही है,ताकि,वैक्सीन लेने आये लोगों को बिठाया या वेटिंग में रखा जाए।इसके अलावे गार्ड के नही होने से भी काफी दिक्कत हो रही है।
उन्होंने बताया कि ऊक्त घटना के बाबत रक्सौल पीएचसी व वरीय अधिकारियों को अग्रतर कारवाई हेतु अवगत कराते हुए जरूरी संसाधन व सुरक्षा प्रबंध की मांग की गई है।