*बीजेपी में दरार ,दो गुट होने की सम्भावना
मोतिहारी/रक्सौल।( vor desk)। राजनीति में न तो कोई स्थाई दोस्त होता है और न दुश्मन। एक बार फिर से इस बात की पुष्टि हुई है। पूर्वी चंंपारण जिला परिषद चुनाव में राजनीतिक दोस्त व दुश्मन एक प्लेटफॉर्म पर आ गये। पूर्वीचंपारण में जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव काफी दिलचस्प रहा। इस बार अध्यक्ष की कुर्सी बीजेपी विधायक की पत्नी से छिन गई और कांग्रेस नेता की पत्नी ने उस पर कब्जा जमा लिया। कांग्रेस नेता गप्पू राय की पत्नी ममता राय रिकार्ड अंतर से अध्यक्ष की कुर्सी हथिया ली। इस काम में सत्ता पक्ष व विपक्षी दल के नेता परोक्ष-अपरोक्ष रूप से साथ हो लिये।
पूर्वी चंपारण जिला परिषद चुनाव में सबसे खास बात तो यह था कि महागठबंधन की जीत का श्रेय बीजेपी सांसद को दी गई। इसके लिए महागठबंधन नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर बैनर-पोस्टर लगाकर बधाई दी। राजद के ढाका के एक पूर्व विधायक फैसल रहमान ने तो बजाप्ता मोतिहारी के गांधी चौक पर होर्डिंग्स लगवाकर स्थानीय भाजपा राधामोहन सिंह को बधाई दी।सांसद महोदय को पूर्वी चंपारण जिले का किंगमेकर बताया गया है।
दरअसल, 2016 में पूर्वी चंपारण जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव भाजपा विधायक पवन जायसवाल की पत्नी प्रियंका जायसवाल जीती थी। इस बार भी वो अध्यक्ष की दावेदार थीं लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक प्लेटफार्म पर आ गये। सत्ता पक्ष के नेता पर्दे के पीछे से व महागठबंधन के नेता सामने से भाजपा विधायक पवन जायसवाल की रणनीति फेल करने में जुटे रहे। अंदर ही अंदर बीजेपी-जेडीयू समेत महागठबंधन के नेता इस बार बीजेपी विधायक पवन जायसवाल की पत्नी को किसी कीमत पर अध्यक्ष पद से बेदखल करने में जुगत में रहे। सबने महागठबंधन के नेता गप्पू राय की पत्नी ममता राय को आगे कर दिया। 57 सदस्यों वाली पूर्वी चंपारण जिला परिषद के पार्षदों की गोलबंदी कर करीब 10 दिनों तक लखनऊ में रखा गया। आज जब अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ तो अपने पाले में पार्षदों का समर्थन नहीं देख निवर्तमान अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल उम्मीदवार नहीं बनी। अध्यक्ष के लिए ममता राय व नीतू गुप्ता ने नामांकन किया। चुनाव में ममता राय को 45 मत एवं नीतू गुप्ता को 10 मत प्राप्त हुए। इस तरह कांग्रेस नेता गप्पू राय की पत्नी ममता राय जिला परिषद अध्यक्ष चुन ली गईं और भाजपा विधायक की पत्नी प्रियंका जायसवाल कुर्सी से बेदखल हो गईं।
इस बीच,अचानक पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल ने उपाध्यक्ष पद पर दावेदारी कर दी।चुनाव में उन्हें कुल 26मत मिले।हालांकि,पांच मतों के अंतर से गीता देवी ने विजय श्री हासिल कर ली।
इस पूरे प्रकरण पर प्रियंका जायसवाल के पति व ढाका के भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि -‘राजनीति यही खत्म नही हो गई।प्रियंका जी को जिला पार्षदों ने 27 मत दे कर जिला पार्षदों ने अपना विश्वास व संकेत भी दे दिए हैं,यह बड़ी बात है कि जिला पार्षदों ने मिनटों में यह फैसला लिया और उपाध्यक्ष पद के लिए इतनी बड़ी संख्या में वोट दिया।उन्होंने कहा कि हमारा चुनाव परिणाम अंतिम चरण में 10 दिनों बाद आया।जबकि,ममता राय खेमा दस दिनों से लगा हुआ था।उन्होंने कहा कि मैं शुद्ध व साफ राजनीति करता हूँ।कौन क्या करता है,उससे मुझे कोई लेना देना नही है।।मैं जिला परिषद अध्यक्ष ममता राय व उपाध्यक्ष गीता देवी को बधाई देता हूँ। ‘
वहीं,महागठबंधन की तरफ से उतारे गये उम्मीदवार ममता राय के चुनाव जीतने के बाद जश्न का माहौल है। राजद की तरफ से शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाये गये हैं। उस होर्डिंग्स पर स्थानीय भाजपा सांसद राधामोहन सिंह की तस्वीर लगाई गई है।साथ ही राधामोहन सिंह को लख-लख बधाईयां दी गई हैं। उन्हें चंपारण के भीष्म पितामह की संज्ञा दी गई है। उस होर्डिंग्स में ढाका के पूर्व राजद विधायक फैसल रहमान की तस्वीर भी लगी है।
इधर,महागठबंधन के नेता फुले नही समा रहे हैं।नरकटिया विधानसभा क्षेत्र के राजद विधायक डॉ शमीम अहमद भी ममता राय के साथ दिखे और बधाई-शुभकामनाएं देने में आगे रहे।वहीं,रक्सौल विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता राम बाबू यादव भी ममता राय को कुर्सी पर काबिज कराने में दिन रांत जुटे रहे।उन्होंने भी जीत पर बधाई देते हुआ कहा कि अब जिले में विकास होगा।सुखी चम्पारण बनेगा।इसके प्रति लोगों की आस जगी है।
इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व विधायक राजन तिवारी ,विधायक मनोज यादव, विधायक शमीम अहमद, पूर्व विधायक फैसल रहमान, पूर्व मंत्री विजय गुप्ता ,पूर्व विधायक बबलू देव, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह, पूर्व विधायक राजेंद्र राम, डॉक्टर मदन प्रसाद ,संतोष कुशवाहा ,नागेंद्र राम, मनीष श्रीवास्तव ,मुमताज आलम ,रवि यादव ,अच्छेलाल प्रसाद यादव, कांग्रेस जिला कमेटी के अध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला ,राजद जिलाध्यक्ष सुरेश प्रसाद यादव तमाम जिला के वरिष्ठ नेता गण भी उपस्थित रहे।