रक्सौल।(vor desk )।देश के पहले सी.डी.एस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 सैन्य अधिकारियों के हेलीकाप्टर हादसे में निधन से दुःखी विभिन्न सामाजिक संगठनों,अधिकारियों , मीडियाकर्मियों व गण मान्य लोगों ने संवेदना प्रकट करते हुए भाव. भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
विदित है की प्रथम सी.डी.एस. जनरल बिपिन रावत , उनकी पत्नी व् 11 सैन्य अधिकारियों के निधन से देश में हर किसी की आंखे नाम हुईं हैं ।ऐसे में रक्सौल वासियों ने भी भारत के अमर सपूतों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर में हुई दुर्घटना से दुखी रक्सौल के लोगों द्वारा रक्सौल रेलवे पार्क में सोमवार की सन्ध्या एक कार्यक्रम के बीच सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।कैंडल जला कर उन्हें याद करते हुए उनके व्यक्तित्व व कृतित्व का स्मरण करते हुए उनके निधन को राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति करार दिया गया।
श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन धारण कर सीडीएस समेत देश के अन्य शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इसके बाद कैंडल जलाने के साथ ही उनकी स्मृति में वृक्षा रोपण कर उन्हें भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
श्रद्धांजलि सभा मे समाजिक संस्था भारत विकास परिषद के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह,अम्बेडकर ज्ञान मंच के संस्थापक मुनेश राम ,स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ,जनता दल यू के व्यवसाय प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव दिनेश प्रसाद आदि ने एक स्वर से कहा कि जनरल रावत के रूप में भारत ने एक जांबाज वीर सपूत एवं कुशल रणनीतिकार अधिकारी को खो दिया। यह भारत के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।वक्ताओं ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर क्राफ्ट जैसे बड़े निर्णय लेने वाले बहादुर और सच्चे देशभक्त सी.डी.एस जनरल विपिन रावत व अन्य सभी वीरगति प्राप्त को विनम्र श्रद्धांजलि और नमन है।
श्रद्धांजलि सभा मे अपने सम्बोधन में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया के रक्सौल अनुमण्डल संयोजक विपिन कुशवाहा ने कहा कि देश को सीडीएस रावत की जरूरत थी।उनका असमय चला जाने से राष्ट्र को धक्का लगा है।उनकी यादें व उपलब्धि अमिट बनी रहेंगी।
मौके पर एसएसबी के सीनियर इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने उनके कार्यों को याद करते हुए कहा कि बिपिन रावत जी ने ही देश की फौज को आधुनिकता के नए दौर में पहुँचाया। वो इतने दूरदर्शी थे कि अपने अमर होने से दो दिन पहले ही सेना को बायो वेपन से लड़ने के लिए तैयार रहने की बात कह दी थी और यह बड़ी बात है।साथ ही भारत को प्रथम बार पता चला कि ढाई फ्रंट थ्योरी क्या है! इस थ्योरी में उन्होंने अवगत करवाया की भारत के सामने जब भी युद्ध होता है तो अब एक फ्रंट पर उसे चाइना से एक फ्रंट पर पाकिस्तान से तथा आधे फ्रंट पर उन लोगों से लड़ना होगा जो सोशल मीडिया से चाइना के द्वारा चलाये प्रोपोगंडा से भटक गए हैं ।अत: ऐसे दूरदर्शी नायक को सतत नमन है।
इस दौरान आरपीएफ इंस्पेक्टर रितु राज कश्यप, स्टेशन प्रबंधक अनिल कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने भी श्रद्घाजंलि अर्पित की।कहा कि यह देश के लिए अपूरणीय क्षति है।जिसकी भरपाई सम्भव नही है।
इस मौके पर एसएसबी ,आरपीएफ,जीआरपी,एनसीसी के जवानों ने भी सलामी देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मौके पर मंच संचालन नविन मनी गिरी ने किया ।जबकि,इस दौरान भारत विकास परिषद के विजय गुप्ता,प्रशांत कुमार, अम्बेडकर ज्ञान मंच के बिट्टू कुमार , पत्रकार दीपक अग्निरथ समेत अन्य पत्रकार ,गण मान्य,अधिकारियों आदि ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया ।