रक्सौल।(vor desk )।एचआइवी/एड्स रोक थाम के लिए रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित एसए आईसीटीसी केंद्र बदहाल है।बताया गया कि यह केंद्र पीएचसी के भंडार कक्ष में स्थापित है।जहां कूड़ा-कचरा व रखे गए विभागीय सामग्री के बीच मरीजों की काउंसिलिंग करने की मजबूरी है।यहां तक कि विभाग की ओर से मिला कम्प्यूटर सेट भी कार्टून में ही रखा गया है,जिसके, देख रेख नही होने से पड़े पड़े खराब होने की आशंका है।कम्प्यूटर टेबल रखने तक की जगह नही है।इसलिए विभागीय कार्यो के लिए अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ती है।वहीं,रिजेक्टेड दवा,प्रचार सामग्री समेत अन्य वस्तुओं-सामग्रियों के वजह से दुर्गंध भी कायम रहता है, जिससे मरीज नाक पर रुमाल रख कर जांच कराने पहुँचते हैं।आईसीटीसी काउंसलर डॉ प्रकाश कुमार मिश्रा के मुताबिक,इस स्थिति से विभाग को अवगत कराया जा चुका है।
सूत्रों के मुताबिक,वर्ष 2007 में स्थापित इस केंद्र के लिए पुराने अस्पताल भवन में अलग कमरा आवंटित था।लेकिन, उसके ध्वस्त कर अनुमंडलीय अस्पताल निर्माण शुरू होने के बाद करीब दो तीन वर्षों से यह दफ्तर दर दर भटकता रहा।जबकि,इसे आईसीटीसी केंद्र से अपग्रेड कर एसए आईसीटीसी केंद्र(स्टैंड ऐलोन इंटीग्रेटेड काउंसिलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर) की मान्यता मिल गई है।इस विभाग को एक एलटी मिला हुआ है।जो पीएचसी के कोविड जांच समेत विभिन्न कार्यों में जुटे होने से जांच में समस्या भी आती है। पूछने पर स्वास्थ्य प्रवन्धक आशिष कुमार ने बताया कि कमरे की सफाई कराई जा रही है।अनुमंडलीय अस्पताल के शुभारंभ होने के बाद यह शिकायत दूर हो जाएगी।