बीरगंज।(नेपाल )।( vor desk )।बिहारियों के महान लोकआस्था का महापर्व छठ पूजा अब बिहार ही नही अन्य देशों में भी बड़े श्रद्धा से मनाया जाता है ।बिहार के मूल वासी के साथ अन्य देशों के श्रद्धालु भी भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करते है।इसमे पड़ोसी देश नेपाल भी शामिल है,जहां श्रद्धा व भव्यता के बीच छठ पूजा होती है।
बिहार से सटे पर्सा जिला में भी बड़ी ही धूमधाम से छठ मनाया जा रहा है ।
बीरगंज के घडीहरवा पोखरी के बीचों बीच सूर्य देव की मूर्ति स्थापित है। जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्क देते है ।
इस बार पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह की पतोहू व पूर्व युवराज्ञी हिमानी शाह भी पूजा अर्चना को लेकर यहां आ रही हैं।उनके आगमन पर स्वागत में बुधवार की शाम पुष्पवर्षा का कार्यक्रम है।हिमानी शाह के छठ पूजा करने को ले कर शानदार तैयारी की गई है।
उनके कार्यक्रम के मद्देनजर 2047 साल के संबिधान पुर्ण स्थापना हाम्रो अभियान,बिश्व हिन्दू महासंघ व नेपाल नागरिक अभियान,देश भक्त राज भक्त समूह आदि उनके स्वागत के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहती।इस कार्यक्रम की मोनिटरिंग से जुड़े डेविड कार्की का कहना है कि पूर्व युवराज्ञी हिमानी शाह छठ पूजा बीरगंज में ही करेंगी।
तैयारी पूरी:
बीरगंज शहर सहित घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया है।नेपाल की इस सजावट को देखकर लगता है कि हम बिहार में ही छठ पूजा मना रहे है।साफ सफाई और व्यवस्था ऐसी है कि देखते ही बनता है।
सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता:
नेपाल की सेना /पुलिस प्रशासन सहित सामाजिक संगठन घाटों की सफाई में अनवरत जुटे हैं। सुरक्षा व्यवस्था का प्रबन्धन काफी पुख्ता ढंग से किया गया है।हिमानी शाह के आने के कारण 8 सीसीटीवी कैमरा और महिला पुलिस बल की विशेष व्यवस्था की गई है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन:
कोविड के बाद छठ पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।घाट पर हर आने वाले श्रद्धालु को मास्क के साथ सेनिटाइजर किया जाएगा।
घरीहरवा पोखरी में दर्शन को पहुचंते है लाखों:कोविड काल से पहले घरीहरवा पोखरी में दर्शन को करीब 1 लाख 70 हजार श्रद्धालु पहुंचे थे।जबकि,3960 दउरा और 5 हजार परिवार पूजन में शामिल हुए थे।
घरीहरवा पोखरी छठ पूजा व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष प्रेम साह व सदस्य क्रांति साह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले वर्ष छठ पर्व को ले कर नेपाली मुद्रा में 14 लाख 77 हजार संग्रह हुआ,जिसमे,13 लाख 47 हजार खर्च हुए।कुल 1 लाख 29 हजार बचत हुआ।इस बार करीब 15 लाख रुपये अनुमानित खर्च का लक्ष्य है।जिंसमे खर्च काट कर कमिटी को डेढ़ लाख बचत की संभावना है।इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होगा।( रिपोर्ट:गणेश शंकर/राहुल कुमार )