*महावाणिज्य दुतावास द्वारा ‘पोषण के लिए आयुर्वेद: आयुर्वेद के माध्यम से कुपोषण के खिलाफ अभियान” विषयक परिचर्चा
रक्सौल।(vor desk )।आजादी का अमृत महोत्सव (भारत @ 75) के समारोह के हिस्से के रूप में वीरगंज स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा क्लार्क्स रिज़ॉर्ट(वीरगंज) में “पोषण के लिए आयुर्वेद: आयुर्वेद के माध्यम से कुपोषण के खिलाफ अभियान” विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया।
इसका शुभारंभ करते हुए भारत के महावाणिज्य दूत नितेश कुमार ने अपने स्वागत भाषण में आयुर्वेद दिवस मनाने के महत्व और इस संबंध में आयुष मंत्रालय द्वारा निभाई गई भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि आयुर्वेद एक प्राचीन विधा है,जिसमे निरोग रहने व लंबी उम्र का सूत्र मौजूद है।उन्होंने कहा कि कुपोषण सहित सभी प्रकार के स्वास्थ्य खतरों से लड़ने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता है।
वहीं,बतौर मुख्य अतिथि प्रांत 2 के मुख्यमंत्री लाल बाबू राउत ने आयुर्वेद के प्रचार के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया और आने वाले दिनों में आयुर्वेद चिकित्सकों को हर संभव सहायता देने का वादा किया।
जबकि, प्रदेश दो के पूर्व मंत्री जितेंद्र सोनल न कहा कि केवल सरकारी प्रयास पर्याप्त नहीं हो सकते है। इसलिए नागरिक समाज और आयुर्वेद के चिकित्सकों को हाथ मिलाना होगा।
वहीं,पैनल में एमडी,पीएचडी( आयुर्वेद ) व ब्रह्मभूमि स्वास्थ्य केंद्र, मलंगवा के सीईओ डॉ. राकेश कुमार सिंह, सामाजिक विकास मंत्रालय( प्रान्त संख्या-2 ) के उप सचिव डॉ. सुचित कुमार शर्मा, जिला आयुर्वेद स्वास्थ्य केंद्र(सिरहा)के जिला प्रमुख
डॉ. शिव नारायण प्रसाद गुप्ता समेत डॉ0 प्रभाकर मनु, डॉ0 नंदकिशोर प्रसाद कुशवाहा, डॉ. उमेश प्रसाद साह आदि शामिल थे।
पैनलिस्टों ने स्वास्थ्य में ‘पोषण’ (पोषण) की भूमिका को रेखांकित किया और मूल्यांकन किया कि आयुर्वेद “आहार” (आहार) और ‘अन्ना’ (भोजन) पर विशेष जोर देता है, जिसका अर्थ है स्वास्थ्य, स्वास्थ्य और अच्छा जीवन। उन्होंने विभिन्न प्रकार के कुपोषण और कारणों को भी स्पष्ट किया और आगे बताया कि आयुर्वेद विशेष रूप से भारत और नेपाल से और सामान्य रूप से दुनिया से कुपोषण को खत्म करने में कैसे सहायक हो सकता है।
कार्यक्रम का संचालन दूतावास कौंसुल( आईसीएस ) एस.बी. कुमार द्वारा किया गया और अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन कौंसुल ( पीसीएस )शैलेंद्र कुमार, द्वारा प्रस्तुत किया गया।मौके पर जन प्रतिनिधि व गण मान्य लोग उपस्थित थे।