बीरगंज (नेपाल)।(vor desk )।आज़ादी का अमृत महोत्सव (भारत @ 75) के चल रहे समारोह के हिस्से के रूप में बीरगंज में एक गोष्ठी आयोजित हुई।यह गोष्ठी भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित हुई,जो “वर्तमान परिदृश्य में राष्ट्रीय एकता की चुनौतियां और उन्हें दूर करने के तरीके और साधन” विषय पर केंद्रित था।
पैनल चर्चा में नेपाल हिंदी साहित्य परिषद के पूर्व अध्यक्ष व व्यवसायी ओम प्रकाश सिकारिया ,सिद्धार्थ इंटरनेशनल कॉलेज(बीरगंज) की निदेशक ,सुषमा तिवारी द्विवेदी ,जिला न्यायालय(पर्सा ) के वरीय अधिवक्ता सुरेंद्र कुर्मी व पत्रकार मुरली मनोहर तिवारी ने अपने अपने विचार रखे। नेपाल के वीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्यदूत नितेश कुमार ने इसकी अध्यक्षता की।
पैनलिस्टों ने क्रमशः भारत और आधुनिक नेपाल के एकीकरण में सरदार वल्लभभाई पटेल और महाराजा पृथ्वी नारायण शाह की भूमिकाओं पर प्रकाश डाला और कहा कि बाकि दुनिया की तरह भारत और नेपाल दोनों राष्ट्रीय एकता के लिए समान प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हैं। विभिन्न उपायों के माध्यम से मतभेदों में संतुलन स्थापित करने और विविधता में एकता लाने की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई।
चर्चा के दौरान डीसी तरुण कुमार,कौंसुल शैलेन्द्र कुमार,शशिभूषण कुमार समेत वाणिज्य दूतावास के अधिकारीगण और अन्य सदस्य उपस्थित थे।