Tuesday, November 26

शिक्षकों के करतूत से शिक्षा विभाग शर्मशार,जुतम-पैजार करने वाले दोनों शिक्षक निलंबित!

आदापुर।( vor desk )।दो शिक्षकों के बीच हुए जुतम -पैजार की घटना को ले कर शिक्षा विभाग भी शर्मशार दिख रहा है।यही कारण है कि प्रखंड के बरियारपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी एचएम आलोक कुमार सिन्हा व एनपीएस चैनपुर (सोनार टोला) के प्रभारी एचएम शिव शंकर गिरी को निलंबित करने का निर्देश संबद्ध पंचायत सचिव को दिया गया है। उक्त निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने संबद्ध नियोजन इकाई को दिया है।मामला स्थानीय बीआरसी परिसर में एनपीएस चैनपुर(सोनार टोला) के शिक्षक शिवशंकर गिरी व आलोक कुमार सिन्हा के बीच हुई मारपीट का है।मीडिया में आई खबरों व वायरल वीडियो के आधार पर स्वतः संज्ञान लेते हुए डीईओ ने स्थानीय बीईओ से जांच प्रतिवेदन का मांग किये।जांच प्रतिवेदन में प्रभारी एचएम आलोक कुमार सिन्हा को प्रथमदृशया दोषी बताया गया।अपने जांच प्रतिवेदन में बीईओ ने शिक्षक आलोक कुमार सिन्हा को घटना का दोषी करार दिया।फ़लतः उक्त आधार पर डीईओ ने उक्त शिक्षक को अनुशासनहीनता व कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित करने का निर्देश दुबहां पंचायत सचिव को दे दिया।इस कार्रवाई को एकतरफा करार देते हुए पीड़ित शिक्षक ने शिक्षक संघ के नेताओं के साथ डीओ संजय कुमार से मिलकर वस्तु स्थिति से अवगत कराया तथा बताया कि बीईओ द्वारा सौंपा गया प्रतिवेदन एक तरफा कार्रवाई की ओर इशारा करता है। जबकि इस घटना के समय अपने कक्ष में स्वयं हुए भी मौजूद थे। तथा उपरोक्त घटना उनकी मौजूदगी में घटित हुई इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीईओ ने प्रतिवादी शिक्षक शिव शंकर गिरी को भी निलंबन की कार्रवाई के लिए भवानीपुर पंचायत सचिव को निर्देश दे दिया है। शिक्षक संघ,बिहार के प्रखण्ड अध्यक्ष नुुरुल्लाह मिया व संजीव कुमार चौबे ने बताया कि पर्याप्त सुबूत वीडियो के रूप में मौजूद रहने तथा  खुद भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के प्रत्यक्षदर्शी होने के बावजूद  बीईओ द्वारा एकतरफा कार्रवाई किया जाना कहीं से न्यायोचित नहींं है। अतः इस मामले की उच्चस्तरीय जांच जरूरी है।

इधर,शिक्षकों के इस गैर जिम्मेदाराना हरकत की क्षेत्र में खूब चर्चा है।कहा जा रहा है कि जो शिक्षक खुद मार पीट व गाली गलौज पर उतारू हो रहे हो,वह बच्चों को क्या शिक्षा देंगे और क्या आदर्श प्रस्तुत करेंगे।
क्या है मामला:वरीयता को लेकर शिक्षकों के बीच जारी खींचतान उस वक्त चरम पर पहुंच गया जब 11 अक्टूबर को स्थानीय बीआरसी कार्यालय ही मारपीट का अखाड़ा बन गया। जहां देखते ही देखते दो शिक्षकों के बीच शुरू हुई हाथापाई मारपीट में तब्दील हो गई। जिसके बाद उपस्थित कुछ शिक्षकों के अथक प्रयास से मारपीट तो छुड़ा दिया गया, लेकिन शिक्षकों की हरकत पर थू थू होने लगी। जानकारी के अनुसार प्रखंड के चैनपुर सोनार टोला स्थित नव सृजित प्राथमिक विद्यालय में एचएम के प्रभार को लेकर चले आ रहे विवाद के मामले में जिला शिक्षा कार्यालय के निर्देश के आलोक में स्थानीय बीईओ हरेराम सिंह के द्वारा पत्र निर्गत कर वर्तमान प्रभारी एचएम शिवशंकर गिरी व वरीय शिक्षक होने की दावा करने वाली शिक्षिका रिंकी कुमारी को अपनी शैक्षणिक व नियोजन आदि की सभी कागजातों को 3 दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। उक्त पत्र के आलोक में प्रभारी एचएम श्री गिरी ज्योहीं बीआरसी कार्यालय में अपनी कागजात जमा कराने पहुंचे कि वहां पूर्व से बैठे दूसरे विद्यालय के शिक्षक आलोक कुमार से वरीयता मामले को लेकर शुरू हुई कहा सुनी मारपीट में बदल गई। वहीं शिक्षकों के बीच हुई इस घटना के बाद बीईओ हरेराम सिंह भी इस घटना के बाद से किंकर्तव्य विमूढ़ की स्थिति में चिंता जाहिर करते हुए बीआरसी कार्यलय में हुए इस घटना को काफी शर्मनाक बताया।हालांकि,उन पर भी आरोप उछला।

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