Monday, October 7

नेपाल के पेट्रोल पम्पों पर लगा ‘नो पेट्रोल’ का बोर्ड, भारतीय वाहनों को भी हो रही परेशानी!

-एक सप्ताह से बरौनी से नही आ रहा पेट्रोल,बारा, पर्सा समेत 8 से ज्यादा जिलों में त्राहि -त्राहि

-गुरुवार से स्थिति सामान्य होने की उम्मीद

रक्सौल।( vor desk)।भारतीय सीमा से लगे नेपाल के वीरगंज, कलैया समेत सीमावर्ती जिलों में पेट्रोल की किल्लत से अफरातफरी की स्थिति बन गई है।पेट्रोल पम्पों पर ‘अहिले पेट्रोल छैन’ का बोर्ड लगा दिया गया है।इससे नेपाल जाने वाले भारतीय दो पहिया-चार पहिया वाहनों समेत एम्बुलेंस  को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

नेपाली वाहन भी रक्सौल समेत भारतीय सीमा क्षेत्र के पेट्रोल पंपों का रुख कर रहे हैं।वीरगंज जरूरी कार्य से पहुचने के बाद पेट्रोल पंप पर कार में पेट्रोल के लिए पहुंचे मुराद आलम व बाइक चालक विक्रम गुप्ता,लव कुमार आदि ने बताया कि पेट्रोल नही मिलने से काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी।यही हाल भारतीय बाइक चालकों व अन्य टूरिस्ट वाहनों को भी झेलना पड रहा है।घूमने के लिए नेपाल जाने के लिए उन्हें रक्सौल के पेट्रोल पंप पर लौट कर पेट्रोल ले कर रवाना होना पड़ रहा है।


बताते हैं कि बॉर्डर खुलने के बाद अचानक भारतीय वाहनों के नेपाल आवागमन  होड़ लग गई।वहां जाने वाले वाहन टँकी फूल कराने लगे।वहीं,तस्करी भी तेज हो गई।इसी बीच,दशहरा आने की वजह से नेपाल ऑयल निगम के अमलेखगंज डिपो से राजधानी समेत अन्य पहाड़ी व दुर्गम एरिया में पेट्रोलियम सप्लाई देनी पड़ी।जिस वजह से प्रदेश दो समेत बिहार सीमा से लगे अन्य जिलों में पेट्रोल की अचानक किल्लत हो गई।सूत्रों ने बताया कि अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में वृद्धि की वजह से नेपाल ऑयल निगम फूंक फंक कर कदम बढ़ा रही है।आईओसी के नए दर से पिछले 15 दिनों  में एनओसी को तकरीबन 2 अरब 22 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है।जो इतिहास में सबसे बड़ा पाक्षिक घाटा है।इस कारण एनओसी पेट्रोल के ज्यादा स्टॉक रखने से बच रहा है।इसी बीच दशहरा की छूटी व बैंक बन्द व कार्यालय के प्रपत्र की प्रक्रिया रुकने की वजह से परेशानी बढ़ गई।

इस बाबत नेपाल ऑयल निगम के वीरगंज कार्यालय प्रमुख पवन यादव ने बुधवार को स्वीकार किया कि पिछले एक सप्ताह से पेट्रोल नही आने व पहले के स्टॉक की सप्लाई काठमांडू समेत पहाड़ी जिलों को होने की वजह से समस्या खड़ी हुई है।प्रदेश दो के पर्सा,बारा, रौतहट समेत करीब 8 जिलों में इस वजह से पेट्रोल की किल्लत से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।किल्लत की वजह से एंबुलेंस व अन्य वाहन सीमाक्षेत्र के भारतीय पेट्रोल पम्पो से पेट्रोल के लिए जा रहे हैं।उन्होंने बताया कि बारा, पर्सा समेत अन्य जिलों के लिए प्रतिदिन 15 टैंकर पेट्रोल की जरूरत होती है।

डीजल पाइप लाइन से आता है,लेकिन,पैट्रोल बरौनी से लाये जाने के बाद अमलेखगंज डिपो में स्टोरेज के बाद पेट्रोल पम्पो को सप्लाई दी जाती है।उनके मुताबिक,80 ऑयल टैंकर बरौनी से डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल लेने के लिए रवाना किया गया है।जिसके पहुचने के बाद किल्लत दूर हों जाएगी।उनका कहना था कि गुरुवार से पेट्रोल पम्पो से सप्लाई बहाल होने की पूरी उम्मीद है।

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