रक्सौल।( vor desk )।वैश्विक महामारी कोरोना ने गाँधीजी को भी वैक्सीन लेने के लिए मजबूर कर दिया।वे ऐतिहासिक शताब्दि वर्ष के बाद रक्सौल के दलितों की बस्ती में पहुंचे और खुद वैक्सीन लिए तथा उन्हें भी वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया।इस सुनहरे अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।दुनियां जिस गांधी को सत्य व अहिंसा के लिए जानती है,उन्ही गांधी के प्रतिरूप बने जोखन राम उर्फ गांधी बाबा को नमन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।भावुक क्षण रहा होगा जब गांधी जी 1918 के दरम्यान निलहे अंग्रेजों से किसानों को मुक्ति दिलाने रक्सौल पहुंचे थे।आज उनकी जयंती के मौके पर गांधी बाबा के आगमन ने नई पीढ़ी को भी गांधी की प्रासंगिकता का अहसास करा रहा था।मौके पर मौजूद अम्बेडकर ज्ञान मंच के कार्यवाहक अध्यक्ष रविन्द्र राम ने कहा कि दुनिया में हमारे देश की अंतरराष्ट्रीय पहचान गौतम बुद्ध,गांधी व अबेडकर से होती है।अतः हरेक युग में ये तीनों महापुरुषों की प्रासंगिकता बनी रहेगी और इनके आदर्श तथा विचारों से दुनियां को करुणा,मैत्री,शील-प्रज्ञा,सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलेगी।
इस बीच,गांधी जयंती पर सत्याग्रह की धरती चम्पारण के रक्सौल में ‘महात्मा गांधी’ को एक बार फिर से देख कर लोग विस्मित रह गए।उन्होंने सीमाई रक्सौल प्रखण्ड अंतर्गत हरदिया पंचायत के गम्हरिया अवस्थित नव सृजित प्राथमिक विद्यालय -अनुसूचित बस्ती स्थित टिकाकरण केंद्र पहुंच कर कोविड वैक्सिनेशन लिया।टिका करण केंद्र पहुंचने पर उनका बीडीओ सन्दीप सौरभ,सीओ विजय कुमार व प्रखण्ड सांख्यिकी पदाधिकारी मिथिलेश मेहता,सीडीपीओ रिमा कुमारी,सीएलटीएस मोटिवेटर रविन्द्र कुमार समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियो व स्वास्थ्य कर्मियों ने फूल माला से स्वागत किया।उसके बाद उन्हें सम्मान के साथ जीएनएम स्वीटी कुमारी ने कोविड का टीका दिया।
उन्होंने टिका लेने के बाद उपस्थित लोगों से अपील किया कि -‘वैश्विक महामारी कोविड संक्रमण से बचाव के लिए आप सब वैक्सीन लें और दुसरों को भी प्रेरित करें।यह पूर्णतः सुरक्षित है।उन्होंने अपील किया कि सभी देशवासी वैक्सीन ले लें और देश-दुनियां से कोरोना को भगाएं।
दअरसल,’गांधी बाबा’ यहां पहले से ही लोकप्रिय और चर्चित हैं।इनका दर्शन गांधी जयंती पर अवश्य होता है।प्रतीकात्मक रूप में महात्मा गांधी की छवि को जीवंत रूप देने में हरदिया पंचायत के रतनपुर निवासी 85 वर्षीय बुजुर्ग जोखन राम की कोई सानी नही।वे खुद भी गांधी जी के आदर्शों को मानते और लोगों को इसके लिए प्रेरित करते हैं कि सत्य,अहिंसा और सत्याग्रह अचूक हथियार है।
साक्षर जोखन राम खेती बारी से जीवन चलाते हैं।उन्हें पहली बार सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर ‘ गांधी अवतरण’का मौका मिला।कद काठी हु ब हु होने की वजह से जिला प्रशासन के कार्यक्रम ‘गांधी आये आपके द्वार’ से वर्ष 2018 में उन्हें राज्य व देश स्तर की पहचान मिली।सीमाई रक्सौल में ‘पद यात्रा ‘के जरिये देश भर में स्वच्छता का संदेश दिया।यही नही इसके बाद उन्होंने गांधी बाबा कर रूप में लोक सभा चुनाव में भी शत प्रतिशत मतदान के लिए लोगों को प्रेरित किया।इस बार रक्सौल एसडीओ आरती की पहल पर ‘गांधी बाबा’ घूम घूम कर कोविड वैक्सिनेशन के लिए जागरूक करते दिखे। सम्भावना संस्था के अध्यक्ष भरत गुप्त उन्हें आईकॉन मानते हैं।वे कहते हैं कि पूरी दुनिया गांधी जी के आदर्शों को मानती है।ऐसे में ‘सरकारी कार्यक्रमों’को धरातल पर उतारने के लिते उनकी अपील जरूर दमदार होगी।कोविड टिकाकरण के लिए प्रेरित करने की उनकी भूमिका सराहनीय है।