*कड़े शर्तो पर नेपाल ने बॉर्डर खोला, पर भारतीय वाहनो की इंट्री नही,अब कार्रवाई की सूचना से आक्रोश
रक्सौल।( vor desk )।नेपाल की देउबा सरकार भी ओली सरकार की तर्ज पर ही काम कर रही है।एक ओर औपचारिक तौर पर बॉर्डर को खोल दिया गया है,दूसरी ओर भारतीय वाहनों को इन्ट्री नही दिया जा रहा।लोकल लोगों के लिए ढील मिली हुई है।अब उनके वाहनों को लावारिश बता कर जब्त कर नीलाम करने की करवाई की जा रही है।ऐसे में सीमाई क्षेत्र में आक्रोश फैल रहा है।
बता दे कि नेपाल सरकार ने कोविड 19 को लेकर अपने पड़ोसी देश की जुड़ी भारत चीन सीमा
को 24 मार्च 2020 से ही बंद कर रखा था।पर देउबा सरकार आने के बाद माहौल बदलता दिखा।बॉर्डर पर आवाजाही में थोड़ी ढील मिली।लेकिन,पिछले मंगलवार को देउबा सरकार ने बॉर्डर को खोलने का निर्णय लिया।
लेकिन ओली सरकार के जैसे ही विगत दिनों कड़े शर्तो के साथ सीमा पर आवाजाही की छूट दी।जिससे नेपाल जाना आसान नही दिख रहा।
यह अलग बात है कि स्थानीय स्तर पर पैदल आने जाने की छूट विगत कई माह से मिली हुई है।भारतीय नागरिकों को वाहन के साथ अब भी नेपाल जाना आसान नही है ।लेकिन,लोकल लोगों को बाइक ले जाने पर कोई रोक टोक नही की जाती।
लेकिन,नेपाल पुलिस-प्रशासन का रवैया कब बदल जाये,इसका कोई ठिकाना नहीं होता।नियमो का हवाला दे कर कार्रवाई से नही चूकते।ओली सरकार के समय सैकड़ो बाइक जब्त कर औने पौने दाम पर नीलाम कर अपने चहेतों को दे दिया गया।
अब देउबा सरकार में भी यही खेल शुरू हो गया है।अवैध रूप से बीरगज में प्रवेश करने के नाम पर तीन टू व्हीलर को जब्त कर लिया गया।
वीरगंज पुलिस का कहना है कि ये टू व्हीलर लावारिश रूप से सड़क पर खड़े थे।इसीलिए पुलिस ने इसे जब्त किया।
डीएसपी ओम प्रकाश खनाल ने बताया कि बाइक संख्या BR05AB8561 (अपाची), BR05AE6893( पलसर),
व BR05AG8681 (स्कुटी) को जब्त किया गया है।तीनो टू व्हीलर को जब्त कर अग्रतर कार्रवाई हेतु वीरगंज कस्टम को सौप दिया गया है।
इधर वीरगज कस्टम विभाग के प्रमुख हरिहर पौडेल ने भी कहा कि अर्थ मंत्रालय से उनके विभाग को भारतीय वाहन के इंट्री(कस्टम)का कोई निर्देश उपलब्ध नही हुआ है। सरकार के अन्य आदेश से हमे कोई सरोकार नही। हम तो अर्थ मंत्रालय के अधीन है ।जो निर्देश आएगा उसका अनूपालन होगा।
इधर,सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने नेपाल पुलिस के इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि वाहनों को जब्त करने के बजाय जुर्माना ले कर छोड़ा जाना चाहिए।