-पर्सा जिला के एसपी बेल बहादुर पांडे ने की है गुरुवार को पुष्टि
-जगदम्बा ग्रुप से जुड़े सौरभ समूह द्वारा संचालित ऊक्त फैक्ट्री में हुई घटना पर लीपापोती का हो रहा प्रयास
-एक मधेशी सांसद का है फैक्ट्री को संरक्षण
-घटना में मौत के करीब एक सप्ताह बाद एसपी ने की पुष्टि
-26 अगस्त की दोपहर हुई घटना में 15 मजदूर हुए थे घायल,छह रेफर थे पटना
रक्सौल।(vor desk )।नेपाल के वीरगंज महानगरपालिका के वार्ड 22 के जगन्नाथपुर मनियारी स्थित सर्वोत्तम स्टिल उद्योग में 26 अगस्त को हुए वायलर विस्फोट की घटना में घायल होने के बाद पटना रेफर किये गए छह भारतीय कामगारों में पांच के मृत्यु होने की दुःखद खबर आई है।इस खबर के बाद क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त हो गया है कि मौत के खबर को दबाने की कोशिश की जा रही थी।साथ ही अब तक फैक्ट्री व संचालक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की बजाय वीरगंज प्रशासन मामले पर लीपापोती करने में जुटी हुई है।
इस बीच,इस घटना की पुष्टि करते हुए वीरगंज( पर्सा) के एसपी बेल बहादुर पांडे ने मीडिया से पांच भारतीय मजदूरों के बुरी तरह जल जाने के कारण पटना स्थित हॉस्पिटल में मृत्यु हो जाने की बात स्वीकार की है।उन्होंने बताया कि घटना के बाद गम्भीर स्थिति में कुल छह घायल मजदूरों को पटना में इलाज के लिए रेफर किया गया था। उपचार कर क्रम में बिहार के 52 वर्षिय विनोद पाण्डे , बिहार के 27वर्षिय गगन नायक बिहारी , भारत के उत्तर प्रदेश के खुशीनगर के 32 वर्षिय धिरु सहनी, उत्तर प्रदेश के लखनउ के 37 वर्षिय मानस परिदा व लखनउ के 30 वर्षिय रामपुकार यादव की मृत्यु पटना के अपोलो बर्न अस्पताल में उपचार के क्रम में बीते दिनों हो गई।
इधर,इस मामले पर घटना के बाद एक ओर जहां फैक्ट्री प्रबन्धन मीडिया से भी दूरी बनाई हुई है।किसी को फैक्ट्री में नही घुसने दिया जा रहा।वहीं, महाप्रबन्धक गुरु प्रसाद चौधरी ने इस बाबत कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया।
बता दे कि इस घटना में एक 14 भारतीय कामगार समेत पंद्रह लोग आयरन रॉड बनाने वाली फैक्ट्री के बॉयलर फटने से घायल हो गए थे।जिंसमे 9 लोगो का इलाज वीरगंज के नारायणी व्योधा हॉस्पिटल में हुआ।आशंका है कि फैक्ट्री में और भी मौतें भी हुई थी।लेकिन,सच्चाई से पर्दा नही उठ सका।रहस्य कायम है।सूत्रों का दावा है कि ऊक्त फैक्ट्री को फ्रेश आयरन रॉड बनाने लाइसेंस है,लेकिन,स्क्रैप से आयरन रड बनाया जा रहा था।इसी में एलपीजी गैस सिलेंडर बॉयलर में चला गया,जो विस्फोट कर गया।बाद में फैक्ट्री संचालक ने लिपापोती करते हुए कहा कि गैस व केमिकल लिकेज से घटना हुई।
जबकि, इस घटना के बाद पर्सा जिला के सांसद प्रदीप यादव ,जिलाधिकारी पीताम्बर घिमरे,एसपी बेल बहादुर पांडे आदि ने जा कर मुआयना किया था,लेकिन,कोई कार्रवाई आगे नही बढ़ सकी।
इस बीच यह आरोप लग रहा है कि यह फैक्टी जगदम्बा ग्रुप से जुड़ी है,जिसको पर्सा जिला के एक मधेशी सांसद का संरक्षण प्राप्त है।इसलिए लीपापोती की जा रही है।इस पूरे प्रकरण पर सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने नेपाल स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास को पहल कर न्याय दिलाने व नेपाल सरकार से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर फैक्ट्री संचालक के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग की है।
इधर,स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने भी लीपापोती के प्रयास की निंदा करते हुए कहा है कि यदि नेपाली प्रशासन भारतीय मजदूरों को न्याय नही दिलाती, तो,बोर्डर अवरुध्द किया जाएगा। साथ ही आंदोलन किया जाएगा।