*एसडीओ आरती ने किया।गोद भराई की रस्म, शिविर में गर्भवती महिलाओं को किया टिकाकरण के प्रति जागरूक
*लगातार वारिश के कारण लक्ष्य से कम हुआ टीकाकरण
रक्सौल।(vor desk )।भारत सरकार ने गाइड लाइन जारी करते हुए गर्भवती महिलाओं के भी टिकाकरण के निर्देश जारी किए हैं,जिसके बाद इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में एसडीओ आरती की पहल पर पहली बार गर्भवती महिलाओं के टिकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास परियोजना द्वारा शहर के आर्य समाज मन्दिर परिसर में गर्भवती महिलाओं के लिए गोद भराई की रस्म के साथ ही कोविड टिकाकरण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर का शुभारम्भ एसडीओ आरती ने कार्यक्रम के बीच किया।उक्त शिविर में कोविड टीकाकरण पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ मुराद आलम के नेतृत्व में दरख्शा फारुखी ,स्वीटी कुमारी , की टीम द्वारा किया गया।जिसके तहत करीब 25 गर्भवती महिलाओं को टिका दिया गया।
इस शिविर में सीडीपीओ रिमा कुमारी, केयर इंडिया के बीएम सूरज कुमार ,कम्युनिटी हेल्थ कॉर्डिनेटर सन्दीप कुमार आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय के इस शिविर में गोद भराई की रस्म भी पूरे रस्मो रिवाज व गीत संगीत के बीच किया गया।जिसमे एसडीओ आरती ने खुद भी गोद भराई की रस्म अदा की।साथ ही उनको जागरूक भी किया।उन्होंने कहा कि कोविड टिका पूर्ण रूपेण सुरक्षित है,इसलिए टिका अवश्य लगवाएं।
इस शिविर के दौरान पीजीआरओ सुनील कुमार ,बीडीओ सन्दीप सौरभ, सीडीपीओ रिमा कुमारी, अवर निबंधन पदाधिकारी,प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके सिंह, स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार यूनिसेफ बीएमसी अनिल कुमार समेत एलएस,आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका,स्वास्थ्यकर्मी एवं टिकाकर्मी उपस्थित थे।
बारिश से प्रभावित हुआ शिविर:गर्भवती महिलाओं के लिए जिले में पहली बार कोविड वैक्सिनेशन शिविर पर लगतार हो रही बारिश से प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।शिविर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 200 गर्भवती महिलाओं को टिका देने का लक्ष्य था।लेकिन,करीब 25 गर्भवती महिलाओं को ही टिका दिया जा सका।
परम्परा के तहत गोद भराई की रस्म:टिकाकरण स्थल पर पारंपरिक रिवाजों के साथ गर्भवती महिलाओं के गोद भराई का रस्म भी किया गया। जिसमें सभी धर्म की गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण एवं गोद भराई कार्यक्रम किया गया। जो पारंपरिक गीतों एवं आशीर्वाद के साथ संपन्न हुआ। गोद भराई सामग्री में गर्भवती महिलाओं को पारंपरिक रिवाजों के अनुसार चूड़ी, बिंदी ,सिंदूर नारियल ,मौसमी फल, चुनरी के साथ कोरोना वायरस से बचाव हेतु मास्क,सेनेटाइजर, साबुन एवं तौलिया भी दिया गया।