रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल के मुख्य पथ स्थित रेलवे गुमटी संख्या 33 ए हादसों को आमंत्रण देता दिख रहा है।शनिवार को एक ऐसा ही हादसा टल गया।बताया गया कि वीरगंज ड्राइपोर्ट से लौटा कन्टेनर युक्त माल ट्रेन रक्सौल स्टेशन से छूट कर कोलकत्ता के लिए निकला ही था,कि, रक्सौल रेलवे गुमटी का बैरियर नही गिरे होने से लोको पायलट को रेल गुमटी से कुछ दूर पहले ही ट्रेन रोक देना पड़ा।
करीब पंद्रह -बीस मिनट तक रेल गुमटी का सायरन बजता रहा,बैरियर लॉक करने का प्रयास होता रहा।मुश्किल से बैरियर को लॉक किया गया।जबकि, इसका कंट्रोल सिग्नल व स्टेशन के जिम्मे होता है।जब सुनिश्चित होता है कि गुमटी( बैरियर लॉक) बन्द हो गई,तो,ट्रेन को हरी झंडी दी जाती है।
यदि ड्राइवर की सूझ बूझ न होती, और कन्टेनर युक्त माल ट्रेन समय रहते नही रुकी होती,तो रेल गुमटी पर बड़ा हादसा तय था।इस रेल गुमटी पर काफी भीड़ थी।बेतरकीब भीड़ की हालत यह थी कि रेल ट्रैक पर वाहन व आमजनों को वहां से निकलना भी मुश्किल था।लोग बैरियर गिरने के क्रम में भागम भाग मचाये हुए थे।सुरक्षा व्यवस्था नदारद थी,यानी खानापूर्ति के चलते ही स्थिति अनियंत्रित थी।यदि ट्रेन आ जाती तो अनेको जान चली जाती,जो ,रक्सौल के इतिहास का काला अध्याय होता।
इस बाबत मौके पर मौजूद स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने बताया कि यह बड़ी लापरवाही थी,जिस कारण बड़ा हादसा हो सकता था।सुरक्षा व्यवस्था भी फेल थी।उन्होंने बताया कि लाइट ओवरब्रिज का शीघ्र चालू होना जरूरी है,वरना,यहां कभी भी हादसा हो सकता है।
वहीं,स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि थोड़ी ही देर पहले सीतामढ़ी की ओर से नरकटियागंज डेमू को रिसीव किया गया था।जिसके बाद कन्टेनर ट्रेन को छोड़ा गया।गुमटी पर ज्यादा भीड़ होने से गुमटी बन्द होने में समस्या उतप्पन हुई।गुमटी बन्द होने पर ही लाइन क्लियर दिया गया।
अब जबकि, लाइट ओवर ब्रिज बन कर तैयार है और उद्घाटन की प्रतीक्षा है,बावजूद,इस रेल गुमटी पर होने वाले ट्रैफिक कंट्रोल के लिए कोई माकूल प्रयास नंही दिखता,जबकि, अक्सर इस तरह की समस्या बनी रहती है।यह रेलवे गुमटी काठमांडू-दिल्ली सड़क खण्ड के रक्सौल -वीरगंज को जोड़ती है,लिहाजा, इस पर ट्रैफिक स्वाभाविक है।लेकिन,आधा आधा घण्टे या उससे ज्यादा रेल गुमटी के बन्द रहने से लोगों का अवैध तौर पर इसे पार करने की मजबूरी होती है।
हालांकि,सूत्रों का कहना है कि शीघ्र ही इस रेल गुमटी पर बने लाइट ओवरब्रिज का उद्घाटन होगा।नए डीआरएम की पदस्थापना हुई है,शीघ्र ही उद्घाटन की तिथि घोषित हो सकती है।अगस्त सितंबर में उद्घाटन सम्भावित है।
किंतु, विश्लेषकों का कहना है कि इससे समस्या खत्म नहीं होने वाली,क्योंकि,गुमटी के दोनो ओर जाम की समस्या और विकृत होगी,दुर्घटना भी बढेंगी,क्योंकि,यह लाइट ओवरब्रिज ही बेतरकीब है।यहां ओवर ब्रिज ही जरूरी है।
सूत्रों का यह भी दावा है कि रेलवे द्वारा लाइट ओवरब्रिज के उद्घाटन के बाद इस रेल गुमटी के दोनो बैरियर को लॉक कर दिया जाएगा।हालांकि,फिलहाल,रेल अधिकारी इस पर खुल कर कुछ भी बोलने को तैयार नही हैं।