रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल नगर में शत-प्रतिशत टिकाकरण के दावे के बीच शनिवार को कोविड वैक्सीन लेने पहुंचे नगर व ग्रामीण क्षेत्र के हजारों लोगों को वैक्सीन नही लगने के बाद शहर के केसीटीसी कॉलेज केंद्र पर जम कर हंगामा हुआ और पीएचसी प्रबन्धन के खिलाफ नाराज लोगों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया गया।अनुमान है कि करीब दो हजार लोग वैक्सीन के लिए केंद्र पहुंच गए थे,लेकिन,सोशल डिस्टेंस मेनटेन कराने,कतारबद्ध करने और समुचित सूचना देने की कोई व्यवस्था नही थी। यही कारण रहा कि आक्रोशित लोगों ने वैक्सीन देने में भेद भाव करने व बैक डोर से इन्ट्री कर वैक्सीन लगाने का आरोप लगाते हुए तोड़-फोड़ की कोशिश की।सूत्रों के मुताबिक,नाराज लोगों ने डाटा इन्ट्री ऑपरेटर विपिन कुमार को खींच कर कमरे से बाहर निकालने व डेस्क पर रखे लैपटॉप,मोबाइल, हैमलेट आदि छीनने की कोशिश की।बमुश्किल लैपटॉप,प्रिंटर आदि सुरक्षित किया गया।सूचना है कि लैपटॉप को क्षति पहुंची,मगर,इसकी पुष्टि नही हो सकी।
वैक्सिनेशन टीम की नीतीश भारती, चिंकी कुंमारी,शरीता, प्रिंस कुमार आदि को भी दुर्व्यवहार झेलना पड़ा।वहीं,गार्ड शम्भू राय व रोगी बाल कल्याण समिति के ड्राइवर मुन्ना आलम बमुश्किल बचे हुए वैक्सीन डोज को बाइक पर ले कर पीएचसी में सुरक्षित पहुंचाया।
शनिवार की दोपहर हुए इस बवेला के क्रम में सूचना मिलते हीं रक्सौल थाना की पुलिस टीम भी पहुंच गई ।सब इंस्पेक्टर संजय सिंह आदी ने समझाने बुझाने की कोशिश की।लेकिन,उनकी एक नही चली।किसी तरह वैक्सिनेशन टीम जान बचा कर विभागीय ई रिक्शा व अन्य सवारी से भागी।यह टीम इतनी डरी दिखी कि कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया और सुरक्षा की गुहार लगाई।इस क्रम में खूब हो हल्ला हुआ।
पिछले दस दिनों के भीतर यह दूसरी बार था,जब, इस केंद्र पर हंगामा हुआ है।इससे पहले सही सूचना नही दिए जाने पर 19 जुलाई को वहां हंगामा हुआ था,जबकि, पीएचसी पर केवल 50 डोज उपलब्ध होने से केवल सेकेंड डोज लगा था। पीएचसी की जारी सूचना के मुताबिक,शनिवार को रक्सौल स्थित केसीटीसी कॉलेज केंद्र में 300 डोज वैक्सीन उपलब्ध कराया गया था।जिसमे दोपहर बाद से केवल सेकेंड डोज वैक्सिनेशन होना था।जबकि, लम्बे समय से मिल रहे आश्वासन व काफी दिनों के बाद वैक्सीन लगने की सुचना पर प्रतीक्षारत करीब हजार लोगों का समूह इस केंद्र पर अहले सुबह से ही पहुंच गया।फस्ट डोज लेने वालों की भीड़ भी बहुत थी।जिसमे शहर व ग्रामीण क्षेत्र के युवा,पुरूष व महिला शामिल थे।ज्यों ही फस्ट डोज का वैक्सिनेशन बन्द किया गया,हो हंगामा शुरु हो गया।
मौके पर उपस्थित राजद नेता मोबारक अंसारी ने पीएचसी प्रबन्धन पर कुप्रबंधन का आरोप मढ़ते हुए कहा कि लोग अहले सुबह से ही भूखे प्यासे लाइन में खड़े थे।सोशल डिस्टेंसिंग की भी खूब धज्जियाँ उड़ी,लेकिन,किसी को इसकी चिंता नही थी।वहीं,शहर के संगम कुमार व मुन्ना कुमार ने बताया कि सुबह से हम लोग परिवार के साथ वैक्सीन के लिए खड़े थे।लेकिन,हमे यह कहा गया कि वैक्सीन खत्म हो गया।बाद में हल्ला के कारण लौटना पड़ा।वहीं,ई0अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि वैक्सिनेशन में भेद भाव किया जा रहा था।नजदीकी लोगों को बैक डोर से वैक्सीन लगाया जा रहा था।
कड़ी धूप में उमड़े हजारों लोग,पेय जल भी नही था उपलब्ध
बताया गया कि नाराज लोगों के समूह ने वाक्सिनेशन टीम के साथ धक्का मुक्की और दुर्व्यवहार भी किया।जिससे टीम में शामिल जीएनएम,एएनएम व अन्य भयाक्रांत हो गए।मुश्किल से वे बच बचा कर निकल सके।एक ही कमरे में ठसा ठस भीड़ थी।काफी लोग मास्क भी नही पहने थे।
उपकरण बचाने की मशक्कत करते दिखी वैक्सिनेशन टीम
बताया गया कि उक्त केंद्र पर हंगामे के बीच करीब 125 लोगों को ही वैक्सीन लग सका।जिसमे 28 सेकेंड डोज था।बाकी वैक्सीन सुरक्षित पीएचसी लाया गया।पीएचसी प्रबन्धन ने क्षति व दुर्व्यवहार पर बोलने से परहेज करते हुए स्वीकार किया कि वैक्सीन की कमी से विपरीत स्थिति उतपन्न हुई।
क्या कहा सिविल सर्जन डॉ0 अंजनी कुमार ने:
‘केसीटीसी केंद्र पर वैक्सिनेशन में अप्रिय हालात की सूचना मिली है।इसको लेकर रक्सौल पीएचसी प्रबन्धन से जानकारी ली जा रही है।रक्सौल प्रशासन से सम्पर्क कर उचित कदम उठाया जाएगा।उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति उतपन्न नही होनी चाहिए,इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।सभी लोगों को टिका लगेगा,धैर्य रखें।
कार्यपालक दण्डाधिकारी सन्तोष कुमार सिंह:पीएचसी प्रबन्धन को वैक्सिनेशन की पूर्व सूचना देनी चाहिए थी,ताकि,व्यवस्थापन व सुरक्षा की व्यवस्था की जाती।एक दो दिन में जिला से पर्याप्त वैक्सीन मिलने की उम्मीद है, तब एक साथ कई केंद्रों पर वैक्सिनेशन किया जाएगा,ताकि,सभी को टिका लग सके।उन्होंने कहा कि अब तक क्षति या दुर्व्यवहार को ले कर पीएचसी प्रबन्धन ने कोई लिखित सूचना नही दिया है।
स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार:जिले से मात्र 300 वैक्सीन ही उपलब्ध हुआ।जबकि, लोग हजारों में पहुंच गए।इसी कारण विपरित हालात झेलना पड़ा।पूरी स्थिति से विभाग को अवगत करा दिया गया है।