Monday, November 25

नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने हासिल कि‍या विश्वास मत, पीएम मोदी ने दी बधाई

काठमांडू।( vor desk )।नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। देउबा ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 163 मतों के साथ विश्वास मत हासिल किया। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के आदेश में बाद देउबा को प्रधानमंत्री बनाया गया था।

बता दे कि नेपाली कांग्रेस प्रमुख देउबा की सरकार के पक्ष में 165 वोट पड़े। 83 सांसदों ने नवगठित सरकार के विरोध में मतदान किया। इस तरह सरकार ने आसानी से संसद में अपना बहुमत साबित कर दिया। संसद की प्रतिनिधि सभा में 275 सदस्य हैं।

देउबा ने 13 जुलाई को रिकार्ड पांचवीं बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इससे एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश चोलेंद्र शमशेर राणा के नेतृत्व में पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने पांच माह के भीतर दूसरी बार संसद को बहाल करने का आदेश दिया था। संसद के निचले सदन में नेपाली कांग्रेस के 61 सदस्य हैं, जबकि उसकी गठबंधन साझेदार नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के 48 सदस्य हैं।

मुख्य विपक्षी ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के 121 सदस्य हैं, जबकि जनता समाजवादी पार्टी के 32 सदस्य हैं। इसके अलावा तीन छोटी पार्टियों के एक-एक सदस्य हैं। एक निर्दलीय सांसद भी है। सीपीएन-यूएमएल के 26 सदस्य माधव नेपाल के करीबी हैं और उन्होंने देउबा द्वारा संविधान के अनुच्छेद 76 (5) के तहत सरकार बनाने का दावा पेश करने के दौरान उनका समर्थन किया। जनता समाजवादी पार्टी के यादव गुट ने भी देउबा का समर्थन किया है।

शेर बहादुर देउबा के प्रधानमंत्री बनने पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी है। 

क्या कहा पीएम मोदी ने
शेर बहादुर देउबा को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा- बधाई प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं। मैं सभी क्षेत्रों में अपनी अनूठी साझेदारी को और बढ़ाने के लिए , आपके साथ काम करने और लोगों से लोगों के बीच हमारे गहरे संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हूं।

13 जुलाई को ली थी शपथ 
नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष 75 वर्षीय देउबा ने 13 जुलाई को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। देउबा भारत समर्थक माने जाते हैं।

नेपाल में केपी शर्मा ओली की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया था। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में आदेश सुनाते हुए प्रतिनिधि सभा को बहाल करने के साथ शेर बहादुर देउबा को पीएम नियुक्त करने का आदेश दिया था। 

हिमालयन टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक 249 सांसदों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया और उनमें से 83 ने देउबा के खिलाफ मतदान किया जबकि एक सांसद तटस्थ रहा। देउबा को संसद का विश्वास हासिल करने के लिए कुल 136 मतों की आवश्यकता थी। नेपाली कांग्रेस के 75 वर्षीय प्रमुख देउबा ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 मत हासिल किए।

बता दें कि अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने फैसला किया था कि वह निचले सदन में विश्वास मत के दौरान नेपाल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा सरकार के खिलाफ वोट करेगी। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के अंदर निचले सदन की बैठक बुलाने का निर्देश दिया था।

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