आंदोलन के सातवें व आमरण अनशन के चौथे दिन रणजीत सिंह का हुआ मेडिकल चेकअप!
रक्सौल।(vor desk )।स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह के द्वारा 14 सूत्री मांगो को ले कर पिछले चार दिनों से जारी आमरण अनशन को समर्थन देने शहर के व्यापारी आगे आने आएं हैं। टेक्सटाइल चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण गुप्ता व महासचिव विमल रूंगटा के नेतृत्व में कपड़ा व्यापारियो ने नैतिक समर्थन देते हुए उनके आंदोलन व मांगों को जायज करार दिया।उन्होंने कहा कि शहर की दुदर्शा के कारण यहां का व्यापार प्रभावित है।नेपाली ग्राहक रक्सौल बाजार आना नही चाहते।जन प्रतिनिधि व अधिकारियों को कोई मतलब नही है।ऐसे में आंदोलन से ही निदान सम्भव है।
इधर,आमरण अनशन से रक्सौल प्रशासन लगातार दवाब में है।इस बीच नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद ने पहुच कर मान मनौव्वल की कोशिश की।लेकिन,रणजीत सिंह ने कहा कि जो कर सकते हैं..कीजिये!जब कर लीजिए।तब बात कीजिये।क्योंकि आप लोग कुछ करते ही नहीं।तो आपसे बात क्या करना?आपसे क्या होगा?पूरा शहर नरक बना हुआ है।नाले की उड़ाही कर सड़क पर रख देते हैं।सड़को पर कूड़ा रहता है।साढ़ व गाय से लोग सड़क पर चलने से डरते हैं।जाम की समस्या पर आप कुछ नही करते।क्या आपके घर मे कोई नहीं?जो सड़क पर चलते हों?न पार्क है।न चलने को सड़क !
इस बीच,स्वास्थ्य महकमा भी हरकत में आया है।रणजीत सिंह के स्वास्थ्य जांच के लिए रक्सौल पीएचसी के डॉक्टर एस के सिंह ने टीम के साथ पहुच कर स्वास्थ्य जांच की।हालांकि,उन्होंने नॉर्मल बताया!
वहीं ,बुधवार की सन्ध्या अचानक हुई बारिश के कारण मुख्य पथ स्थित जल जमाव के साथ टेंट चुने से मुश्किल खड़ी हो गई।बावजूद आमरण अनशन जारी रहा।हालांकि,स्वास्थ्य स्थिति गिरने व पिछले रविवार से लगातार आमरण अनशन की वजह से रणजीत सिंह अपना मनोबल बनाये रखने की कोशिश में दिखते हैं।जबकि,रक्सौल शहर में वह जज्बा नही दिखता जो होना चाहिए।इस बाबत संस्था के ओम कुमार,अमलेश श्रीवास्तव ,आलोक कुमार,पवन तिवारी आदि कहते हैं कि आंदोलन को खुल कर समर्थन की जरूरत है।क्योंकि,सरकार की नींद नही खुल रही।