रक्सौल।(vor desk )।’मंज़िल उन्ही को मिलती है, जिनके सपनो में जान होती है।पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है !’इस उक्ति को सीमाई रक्सौल में रहने वाली एक लड़की ने सार्थकता दी है।जिसने शिक्षा व संसाधन के मामले में पिछड़े हुए क्षेत्र में रहने के बावजूद कुछ कर गुजरने की ठानी और अपने हौसले के बूते अमेरिका में साइंटिस्ट बन कर अपनी सफ़लता के झंडे गाड़ते हुए क्षेत्रवासियों के लिए प्रेरणा स्तोत्र बन गई।उसने बता दिया कि बेटियाँ बेटों से कम नही होती।
इस युवती का नाम है तृप्ति गुप्ता।जो रक्सौल के वार्ड नम्बर 12 की रहने वाली है।मूलतः प्रखण्ड के जोकियारी गांव की निवासी है।जिसने बचपन से ही साइंटिस्ट बनने का सपना देखा और इसे जिद बना कर मुकाम हासिल कर अपने को साबित कर दिखाया कि कड़ी मेहनत,जुनून,और समर्पण के साथ प्रयास करने से सफलता अवश्य मिलती है।
तृप्ति की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा रक्सौल में ही हुई।वर्ष 2010 में उसने दसवीं की पढ़ाई शहर के सन साइन स्कूल से की।उसके बाद उसने नई दिल्ली के गंगा इन्टरनेशनल स्कूल से 12 वीं उतीर्ण किया।फिर,2015 में हैदराबाद के ड्यूपोंट से इंटर्नशिप किया।तदोपरान्त,2016 में राजस्थान के जयपुर स्थित ज्योति विधापीठ-वीमेंस यूनिवर्सिटी से बैचलर इन बायोकेमेस्ट्री में हासिल की।फिर, बेंगलुरु से मोनसेंटो से इंटर्नशिप किया।
इसके बाद तृप्ति ने अमेरिका का रुख किया।और फिर पीछे मुड़ कर नही देखा।उसने द यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के इंडियाना यूनिवर्सिटी से 2020 में मास्टर इन बायोइंफॉर्मेटिक्स की डिग्री ली।
अब उसने बतौर साइंटिस्ट रिसर्च शुरू किया है।
रक्सौल के चर्चित हस्ती रहे स्व0 देवनारायण शास्त्री की पौत्री व राजू गुप्ता व पूनम देवी की बड़ी पुत्री की इस सफलता पर परिजन फुले नही समा रहे।वहीं,क्षेत्र में वह आइकॉन बन गई है।साइंटिस्ट बेटी को बधाइयों का तांता लग गया है।
राजू गुप्ता व पूनम देवी अपनी बेटी की सफलता पर कहते हैं कि हमे विश्वास है कि तृप्ति एक दिन देश का नाम रौशन करेगी।वे बताते हैं कि शुरू से ही वह लगनशील व धून की पक्की रही।उसने शुरू से ही साइंटिस्ट बनने केस सपना देखा और उसी धुन में रही।
वहीं,तृप्ति की छोटी बहन प्रीति गुप्ता व छोटा भाई आयुष भी इस सफलता पर हर्षित है।
इस बीच अमेरिका की बहूप्रतिष्ठित ‘गेनेविज’ कम्पनी में बतौर साइंटिस्ट ‘कटिंग एज टेक्नोलॉजी-नेक्स्ट जनरेशन सिक्वेंसिंग’पर रिसर्च कर रही तृप्ति ने इस सफलता का श्रेय अपनी माता पिता,परिजनों के साथ गुरुजनों को दिया है।उसका कहना है कि मन मे सच्ची लगन व मेहनत के साथ योजनाबद्ध ढंग से प्रयास किया जाए,तो,सफलता जरूर मिलती है।मेरा ध्येय है कि मानव जगत के लिए कुछ बेहतर कर सकूं,यही मेरी असली सफलता होगी।
इधर,इस सफलता पर विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा,सम्भावना संस्था के अध्यक्ष भरत प्रसाद गुप्त, नगर परिषद के पूर्व सभापति ओम प्रकाश गुप्ता ,रेणु देवी, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक शिव पूजन प्रसाद ,अध्यक्ष अरुण गुप्ता,लायन्स क्लब के मीडिया प्रभारी शम्भू चौरसिया,पूर्व प्रखण्ड प्रमुख सन्तोष कुमार उर्फ पप्पु जी आदि ने बधाई देते हुए कहा है कि तृप्ति पर हमे नाज है।उसने चम्पारण समेत सूबे का नाम रौशन किया है।