रक्सौल।( vor desk )।आर्म्ड पुलिस फोर्स ने एक भारतीय ट्रक को नियंत्रण में लिया है,जिसमे धान के नाम कपड़ा लदा था। ट्रक को नियंत्रण में ले कर जांच पडताल शुरू कर दी गई है।वहीं भारतीय ट्रक चालक सुनील यादव को भी हिरासत में लिया गया है।बताया गया है कि रक्सौल-बीरगंज आईसीपी के रास्ते उक्त ट्रक नेपाल गया था।इस तस्करी के बड़े खुलासे से सनसनी है।वहीं, आईसीपी के रास्ते हो रही कारगुजारियों की पोल भी खुल गई है।
सूत्रों ने बताया कि उक्त ट्रक को येलो पेपर के तहत यह बता कर क्लियरेंस दिया गया था कि उस पर धान लदा था।
जबकि, जांच में ट्रक की कीमत 1 करोड़ 38 लाख आंकी गई।जिसमे ट्रक 30 लाख व कपड़ा 1 करोड़ 5 लाख व धान 3 लाख का लदा पाया गया।कपड़ा की खेप में शर्टिंग शूटिंग,कुर्ती,सलवार सूट,साड़ी समेत 93 बंडल कपड़ा बरामद हुआ।इन्हें धान के बोरियों के नीचे छुपाया गया था।
अधिकारियों के मुताबिक,पूछ ताछ में सामने आया है कि बीरगंज के रामगढ़वा निवासी दीपेंद्र प्रसाद कलवार के स्वामित्व वाले तिरुपति खाद्यान्न व भूसा सप्लायर्स के नाम से कस्टम क्लियरिंग का डॉक्यूमेंट बना था।जिसमे 550 बोरा धान भारत से नेपाल ले जाने का जिक्र है।जबकि, जांच में मात्र 300 बोरा धान ही मौजुद था।
राजस्व अनुसंधान कार्यालय बारा के प्रमुख टँक पांडे के मुताबिक, ट्रक संख्या बीआर 06डीबी 4156 को नियंत्रण में ले कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
बताया गया है कि बिना कस्टम ड्यूटी चुकाए कपड़ा की खेप को नेपाल लाये जाने व कस्टम क्लियरेंस में धोखा घड़ी करने की जांच शुरू की गई है।जांच के दायरे में कस्टम क्लियरिंग एजेंट भी शामिल हैं।हालांकि,इस मामले में आईसीपी प्रबन्धन की प्रतिक्रिया नही मिल सकी है।
आर्म्ड पुलिस फोर्स के पर्सा जिला एसपी राजेन्द्र खडका ने बताया कि बिचि काली स्थित एपीएफ टीम ने उक्त बरामदगी की है।ट्रक समेत बरामद समान को राजस्व अनुसंधान कार्यालय को सौप दिया गया है।