शव यात्रा निकाल कर शुरू हुआ अनवरत धरना,सुध लेने न राजनीतिज्ञ पहुचे, न अधिकारी!
रविवार से तीसरी बार अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे रणजीत सिंह
रक्सौल।(vor desk )।एक ओर पूरा देश ‘जश्न-ए-आजादी’ में डूबा था।वहीं,समस्याओं के मकड़ जाल में जकड़े रक्सौल के युवा रणजीत सिंह अपने 14 सूत्री मांग को पूरा कराने के लिए शव यात्रा निकाल कर अनवरत धरना पर बैठ गए।स्वतंत्रता दिवस के रात भर रक्सौल को समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए धरनास्थल पर ही जमे रहे।सुबह हुई।दूसरे दिन भी वैसे ही जमे रहे।फिर रात्रि हो गई।उसी तरह रणजीत अपनी मांग को पुराने कराने के लिए धरना पर यथावत है।उनकी यही तमन्ना है कि शहर स्वच्छ व सुंदर हो।सड़के दुरुस्त हो।बुनियादी सुविधाओं की बहाली हो।उन्होंने पीएमओ तक पत्र भेज कर आमरण अनशन की चेतावनी दी थी।उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन स्वतंत्रता दिवस को आमरण अनशन पर नही बैठने देने के मूड में थी।हमने भी शनिवार तक का अल्टीमेटम दे दिया है।उन्होंने घोषणा की है कि अब रविवार को जनसभा व विरोध प्रदर्शन के बाद अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे!
फिलहाल, स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह के नेतृत्व में सदस्य गण धरना पर अनवरत जमे रहे।लेकिन,न तो कोई राजनीतिज्ञ पहुच सके।न कोई अधिकारी।संस्था के अमलेश श्रीवास्तव का आरोप था कि यदि इन्हें कोई मतलब रहता तो अन्तरष्ट्रीय महत्व के शहर रक्सौल की स्थिति इतनी बदतर नही होती! इधर,स्वच्छ रक्सौल संस्था के आंदोलन को समर्थन के लिए युवा चेहरे दलों व भेद भाव से ऊपर उठ कर रणजीत सिंह के समर्थन में उतरने लगे हैं । आम आदमी पार्टी के विधान सभा प्रभारी दीपक खेतान ने धरना में शिरकत कर समर्थन व सँघर्ष का एलान किया। तो,युवा राजद नेता रवी मस्करा ने भी रक्सौल के जन समस्या से मुक्ति के लिए आंदोलन में सहयोग की घोषणा की। वहीं,भारत विकास परिषद के सचिव उमेश सिकरिया समेत ओम ठाकुर आदि ने भी कहा कि रक्सौल को समस्याओं से मुक्ति दिलाने के संघर्ष में हम साथ साथ रहेंगे।इस तरह की पहल दिन भर जारी रही।संस्था के धरना में शामिल लड्डू सिंह शंम्भु प्रसाद, मनोज श्रीवास्तव , असलम आलम , पवन तिवारी , अफताब आलम , अरविंद जयसवाल समेत अनेको लोगों ने आंदोलन को सफल बनाने का संकल्प लिया।