Monday, November 25

नेपाल के कोविड नियंत्रण समिति ने की बॉर्डर को पूर्ण रूप से खोलने व भारतीय वाहनों को इन्ट्री देने की सिफारिश!

रक्सौल।( vor desk )।कोरोना संक्रमण को ले कर पिछले एक वर्ष से नियंत्रित नेपाल – भारत की सीमा को अधिकृत रूप से खोलने व भारत-नेपाल मैत्री बस के परिचालन समेत भारतीय वाहनों को इन्ट्री देने की तैयारी शुरू हो गई है।

नेपाल के कोविड 19 संकट व्यवस्थापन केंद्र ( सी
सीएमसी) ने मन्त्रिपरिषद को दोनो देशों के बीच यातायात संचालन की सिफारिश की है।अगर ऐसा हुआ ,तो,होली पर्व के अवसर पर दोनो देशों के लिए काफी फायदेमंद होगा।वहीं, सीमावर्ती क्षेत्र में व्यापार को भी गति मिलेगी।

मिली जानकारी के मुताबिक,गुरुवार को प्रधानमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषद् कार्यालय में हुई सिसिएमसी की बैठक में नेपाल र भारत के बीच यातायात संचालन की सिफारिश की गई है।

सिफारिश में रक्सौल समेत विभिन्न 13 रूट से भारत-नेपाल मैत्री बस व अन्य सेवा का परिचालन शुरू किये जाने को हरी झंडी दी गई है।इसमे बिहार,यूपी आदि राज्यो से परिवहन संचालन की सिफारिश शामिल है।हालांकि,ओली कैबिनेट की मुहर इस पर लगना बाकी है।

इस बाबत सिसिएमसी के सचिव खगराज बराल ने मीडिया को बताया कि नेपाल आवागमन करने के लिए यात्रियों को पूर्ण रूप से कोविड गाइड लाइंस का अनुपालन करना होगा।साथ ही 72 घन्टा पूर्व के पिसिआर की जांच रिपोर्ट नेगेटिभ होना अनिवार्य है।

उन्होंने बताया कि भारत से आने वाले भारतीय नम्बर प्लेट वाले वाहनों के द्वारा नेपाल कस्टम को ड्यूटी पेड कर( भन्सार कराने के बाद )आवागमन की अनुमति की भी सिफारिश की गई है।

श्री बराल के मुताबिक, यातायात के साधन ठप्प होने के बावजूद सीमा से हजारों की संख्या में दैनिक आवाजाही को देखते हुए वाहन परिचालन के लिए सिफारिश किया गया है।
बता दें कि कोरोना संक्रमण को ले कर पिछले वर्ष 24 मार्च को बॉर्डर बन्द किया गया था।इसके बाद भारत सरकार ने 22 अक्टूबर को अपनी सीमा को खोल दिया।लेकिन,नेपाल सरकार ने अपनी सीमा पर नियंत्रण जारी रखा।दिसम्बर में नेपाल सरकार ने बीरगंज समेत भारत व चीन से लगे 30 बॉर्डर को खोलने की घोषणा की।इसके बाद आम लोगों की आवाजाही शुरू हुई,मगर,भारतीय वाहनो को इन्ट्री की अनुमति नही मिल सकी।जबकि,दोनो देशों के बीच ट्रेड चालू रहा।मालवाहक ट्रक व टैंकर की आवाजाही चालू रही।

इस क्रम में पर्सा जिला के जिलाधिकारी आसमान तामांग ने कहा कि अब तक सरकार का निर्देश प्राप्त नही है।यदि निर्देश मिलता है,तो,उसके साथ ही बीरगंज बॉर्डर को पूर्ण रूप से खोलते हुए भारतीय वाहनों की इन्ट्री शुरू कर दी जाएगी।

बॉर्डर को पूर्ण रूप से खोलने का आश्वासन:नेपाल के उप प्रधानमंत्री ईश्वर पोखरेल ने शीघ्र ही भारत व चीन से लगे सीमा के स्थल मार्गों को खोलने का आश्वासन दिया है।उच्चस्तरीय कोविड 19 संकट व्यवस्थापन केंद्र के संयोजक व उप प्रधानमंत्री श्री पोखरेल ने वीरगंज के होटल तथा पर्यटन व्यवसायी संघ व पर्यटन पत्रकार संघ के शिष्टमंडल द्वारा बॉर्डर खोलने सम्बंधित ज्ञापन सौंपे जाने के बाद उक्त आश्वासन दिया है।

संघ के अध्यक्ष हरि पंत व सचिव माधव बस्नेत ने इस बाबत बताया कि बॉर्डर बन्द रहने व भारतीय वाहनों के नही आने से नेपाल के पर्यटन व होटल व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो गया है।इसको ले कर ध्यानाकर्षण किया गया कि अविलम्ब बॉर्डर को खोला जाए।पर्यटन पत्रकार संघ के शंकर आचार्य ने कहा कि भारत की ओर से वाहन की इन्ट्री बन्द है,जिससे नेपाल के पर्यटन को नुकसान हो रहा है।जबकि, आम लोग सीमा पार कर नेपाल आ रहे हैं।उन्होंने सवाल किया कि आम लोगों के आने से कोरोना नही हो रहा,जबकि, वाहन के आने से कोरोना कैसे हो जाएगा?बीरगंज के मेयर विजय सरावगी ने भी कहा है कि बॉर्डर को कोविड गाइड लाइन्स के अनुपालन के साथ अविलम्ब खोलना चाहिए ,ताकि,भारतीय वाहन भी नेपाल आ जा सके।इससे सीमा क्षेत्र के दोनो ओर के लोग परेशान हैं।

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