रक्सौल।(vor desk)।शहर के हजारीमल हाई स्कूल में राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने और स्कूल में हाल के नामकरण पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बता दे कि रक्सौल में वर्ष 1933 में सेठ हजारीमल द्वारा उच्च विद्यालय का निर्माण कराया जो अब उत्क्रमित होकर 10+2 हो गया है।
बताया गया कि पिछले 12 मार्च को राष्ट्रीय पार्टी की एक बैठक विद्यालय प्रांगण में हुई थी। इस संदर्भ में एक समाचार विभिन्न समाचार पत्रों में हुआ है।
इस मामले को ले कर एक विज्ञप्ति जारी करते हुए विद्यालय संचालन समिति के सदस्य महेश अग्रवाल ने कहा कि यह आम जनों को सूचित किया जाता है कि हजारीमल उच्च विद्यालय प्रांगण में स्व. चंदेश्वर प्रसाद वर्मा के नाम से कोई सभागार नही है। श्री अग्रवाल ने बताया कि सेठ हजारीमल द्वारा वर्ष 1954 में बिहार सरकार के राज्यपाल को सेठ हजारीमल द्वारा दिये गए दान-पत्र में इस प्रांगण में हजारीमल के परिवार के अलावा किसी बाहरी का नाम नही रखा जा सकता है और न ही इस प्रांगण में शिक्षण के अलावा अन्य कोई गतिविधि की जा सकती है। वही इस संबंध में आयोजकों को नोटिश भेजने की बात श्री अग्रवाल ने कही है।