रक्सौल।(vor desk)। एक ओर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है,तो,दुसरी ओर दहेज के लिए जान लेने की कोशिश से जुड़ी घटना ने हिला दिया।बेहोशी की हालत में एक गर्भवती महिला को शहर के एसआरपी हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
आरोप है कि उक्त महिला की जान लेने की कोशिश की गई।शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था।इसलिए ससुराल वालों ने उसे मरा समझ लिया।लेकिन,मायके वाले समय पर पहुंचे और अस्पताल ले गए।जहां जान बच गई।
इस संबंध में पीड़ित के पिता बेतिया के लालगढ़ निवासी सुमन कुमार ने रक्सौल थाना में एक आवेदन देते हुए बताया है कि उनकी पुत्री सुलेखा की शादी गत 20 अप्रैल 2018 को रक्सौल के नागा रोड निवासी शिवकुमार गुप्ता के पुत्र विकाश गुप्ता से हुई थी।विकाश कुमार को सक्षमता के अनुसार उपहार में आभूषण, बाईक, फ्रिज, वाशिंग मशीन, टीवी, कपड़ा, फर्नीचर व अन्य सामग्री भेंट दिया था। शादी के कुछ दिनों बाद ही यातना शुरू हो गई। विकाश कुमार के साथ उसके पिता शिवकुमार गुप्ता व माता सरस्वती देवी देवी दहेज के लिए पुत्री को प्रताड़ित करने लगे। पीड़िता के पिता सुमन कुमार के अनुसार, फोन करवाकर यह कहलवाया जाता था कि दुकान के लिए 5 लाख रुपये दीजिये। मामले में पंचायती हुई, निपटारा भी कर दिया गया। पुनः 6 मार्च शनिवार को उनकी पुत्री का फोन आया कि उनलोगों ने दो दिनों से खाना बन्द कर दिया है। पुनः रुपये की मांग कर रहे है, अन्यथा जान मारने की धमकी दे रहे हैं। वही पीड़िता के पिता श्री सुमन ने यह भी बताया कि उसकी पुत्री से उसके पति व ससुर भारत-नेपाल सीमा होने के कारण अवैध कार्य करने व तस्करी करने पर भी जोर देते थे, परन्तु उनकी पुत्री ने ऐसा करने से मना कर दिया। वहीं धीरे-धीरे पुत्री को काफी परेशान किया जाने लगा। बाद में उसके फोन को छीन कर बन्द भी कर दिया गया। अचानक इस घटना की सूचना मिली। इसके बाद उन्होंने बताया कि वे अपने चचेरे भाई अभिषेक कुमार, दिनेश प्रसाद व साले मुन्ना प्रसाद के साथ वे रक्सौल पहुँच पुलिस के साथ पुत्री के घर पहुँचे तो उनकी पुत्री सुलेखा देवी फर्श पर अचेत अवस्था में पड़ी थी, उसके गले मे दुपट्टा रस्से की तरह लपेटा था। जब नब्ज चेक किया गया तो चल रहा था, अब इस बेहोशी के हालत में उसे शहर के एसआरपी हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।हॉस्पिटल के निदेशक डॉ सुजीत कुमार के मुताबिक,पीड़िताकी स्थिति इलाज के बाद सामान्य है। वह खतरे से बाहर है।
इस मामले में पीड़िता के पति विकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है।जबकि, सास ससुर व अन्य फरार हैं।वहीं, आरोपी सिरे से लगे आरोप से इनकार है और उनका कहना है कि हमे फंसाया जा रहा है।
इस बीच,होश में आने के बाद पीड़िता ने बताया कि उसके पति व सास-ससुर हमेशा मारते-पीटते थे। उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे।
मामले में थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर शशिभूषण ठाकुर ने कहा कि पीड़िता के पिता ने आवेदन दिया है। मामला दर्ज कर लिया गया है। इसमें पति विकाश को गिरफ्तार किया गया है।