रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल अनुमंडल में बड़े धूमधाम के साथ वसंत पंचमी मनाई गई।कोरोना की वजह से दुर्गा पूजा नहीं कर पाने का सारा कसर श्रद्धालु सरस्वती पूजा में निकल लेना की होड़ में दिखे। प्रशासन की ओर से छूट मिलने के बाद दुर्गापूजा की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक जगहों पर सरस्वती पूजा का आयोजन हुआ। पूजा समितियों के अनुसार दुर्गापूजा की तुलना से सरस्वती पूजा अधिक जगहों पर हो रही है।स्कूलों से ले कर पूजा पंडालों तक में पूजनोत्सव आयोजित हुए।
सुबह 6:59 बजे से 12:35 बजे तक सरस्वती पूजा के लिए शुभ मुहूर्त था। शुभ मुहूर्त के बाद भी शाम पांच बजे तक पूजा की गई।बताया गया कि पंचमी तिथि सोमवार की रात 2:45 बजे से मंगलवार की शाम 4:34 बजे तक थी।
पंडितों की मानें तो इस दिन नींव पूजन, गृह प्रवेश, वाहन खरीदने, व्यापार आरंभ करने सहित अन्य मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।लिहाजा मांगलिक कार्य की भी धूम रही।
गौरतलब है कि कोरोना की वजह से पिछले साल मूर्ति निर्माण रुक गया था.लेकिन सरसवती पूजा में खूब माता की मूर्ति का निर्माण हुआ है।बच्चों में पूजा की होड़ रही।बैंक रोड निवासी माधव अग्रवाल उर्फ तनु ने बताया कि विधा की देवी सरस्वती माता की पूजा के लिए प्रतिमा स्थापना की अनुमति मिलने से हम लोगों ने हर्षोल्लास के साथ पूजन किया।वहीं, विवेकानन्दपुरी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य ओम प्रकाश मिश्र ने बताया कि छात्र छात्राओं ने मिल जुल कर पूजा का आयोजन किया।जिसमें कार्यक्रम भी आयोजित हुए।