*चेतावनी रैली में काला पट्टी बांध कर किया गया विरोध प्रदर्शन
रक्सौल।(vor desk )।रेलवे द्वारा रक्सौल की उपेक्षा व रेलवे से जुड़ी समस्या को ले कर स्वच्छ रक्सौल संस्था के द्वारा चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया गया है।जिसके प्रथम दिन रक्सौल रेलवे स्टेशन के सामने से चेतावनी रैली निकाली गई। यह रैली स्टेशन रोड़ होते हुए बाटा चौक, मेन रोड, पोस्ट आफिस रोड़, बैंक रोड से गुजर कर वापस स्टेशन रोड में समाप्त हुई।इस दौरान नुक्कड़ सभा का आयोजन कर समस्याओं के समाधान में बरती जा रही उपेक्षा को ले कर रेलवे प्रशासन पर जम कर निशाना साधा गया।इस क्रम में सबो ने काली पट्टी बांध कर विरोध-प्रदर्शन भी किया गया।इसमे स्टेशन रोड के बेरोजगार हुए दुकानदार व उनके परिजन भी शामिल रहे।
इस दौरान मांग की गई कि
अगस्त 2019 में रेल अधिकारियों ने आंदोलन के समय वादा किया था उसे पूरा करें।जो निम्न है:
- लाइटवेट ओभर ब्रिज का निर्माण वादा के अनुसार 3 माह में होना था पर 25 माह में भी नहीं हो सका ये रक्सौल नगरवासियों के साथ धोखा है।इसका निर्माण अविलम्ब पूर्ण किया जाए,ताकि जाम की समस्या खत्म हो।
- रक्सौल रेलवे स्टेशन से पूर्व की भांति पाटलिपुत्र, मुजफ्फर पुर,मोतिहारी,नरकटियागंज समेत अन्य जगहों के लिए ट्रेन चलाई जाए।
- स्टेशन रोड में बजबजाती नाली कूड़े का ढेर देख के हमारे यहां आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों में भी आक्रोश बढ़ रहा है। साथ ही देश की छवि भी खराब हो रही है।जिसको ले कर स्वच्छता का प्रबंध किया जाए।
- 1975 से 1996 तक रेलवे स्टेशन रोड़ में छोटे छोटे व्यापारियों के द्वारा दुकानदारी कर अपने बाल बच्चों का पालन पोषण किया जाता था। उन्हें पूर्व की भांति पुनः दुकान आवंटन किया जाए ।
इस चरणबद्ध आंदोलन के प्रथम दिन काला पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन भी किया गया।जिसमे उमेश कुमार परदेशी कुमार, राजन कुमार, महबूब आलम, संजीव कुमार, गणेश कुमार, अमलेश श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, मनिर आलम, देवचन्द्र झा,नंदकिशोर ,जीउत साह, महमद हाशिम,देवेन्द्र कुमार, धीरेंद्र कुमार,विक्की कुमार,राजू दास,गोपाल साह, करण गुप्ता इत्यादि मौजूद रहे।