रक्सौल।( vor desk )।स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने एक बार फिर आंदोलन की घोषणा की है।उनका कहना है कि रक्सौल रेलवे स्टेशन से संबंधित समस्याओं को रेलवे पदाधिकारियों के द्वारा अनसुना किये जाने के कारण 15 फरवरी 2021 से चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए स्वच्छ रक्सौल विवश है।उनका आरोप है कि रक्सौल रेलवे के द्वारा रक्सौल नगर वासियों को उपेक्षित किया जा रहा है।जिसको ले कर आंदोलन का फैसला किया गया है।उन्होंने इसकी सूचना रेल व प्रशासन के अधिकारियों को रजिस्टर्ड डाक से दिया है।
उनका कहना है कि रक्सौल से जिला मुख्यालय जाने के लिए एकमात्र ट्रेन मिथिला एक्सप्रेस है जिससे ना तो छात्र सुगमता से परीक्षा देने जा पाते हैं और न मरीज इलाज कराने ।इसमे भाड़ा भी ज्यादा लग रहा है।
उसी तरह सांसद एवं मंडल रेल प्रबंधक को कठघडे में खड़ा करते हुए कहा कि 3 माह में बनने वाला फुट ओवरब्रिज लगभग 25 माह से अभी तक निर्माणाधीन है।जबकि, निर्माण अवधि काफी पहले बीत चुका है।
उन्होंने कहा है कि स्टेशन रोड का निर्माण तो हो रहा है पर आम नागरिकों को यहां भी ठगने का काम हुआ। ना तो नाला का निर्माण हो पा रहा है ना ही रोड के बीच से पोल हटाया जा रहा है । सफाई भी नदारद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं और यहां जब स्टेशन रोड में हर तरफ कूड़ा- कचरा लगा रहता है ।
उन्होंने एक बार फिर मांग बुलंद किया है कि स्टेशन रोड में पूर्व की भांति दुकानदारों के जीविकोपार्जन हेतु उन्हें पुनः दुकान आवंटित किया जाए ।इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेल बोर्ड, रेलवे भूमि विकास प्रधिकरण, रेल महाप्रबंधक, मंडल रेल प्रबंधक को पत्राचार कर मजबूर बेदखल कर बेरोजगार बनाये गए दुकानदारों के लिए गुहार लगाया है और कहा है कि अब तक कोई असर पड़ता ना देख हम रक्सौल नगरवासी आंदोलन को विवश है। हमें उम्मीद है कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की नीति के अनुसार हमें न्याय मिलेगा।और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक इंसाफ नही होता।