रक्सौल।(vor desk )।’कोविन’ के लिए जंग में रक्सौल पीएचसी के चिकित्सक व हेल्थवर्कर बढ़।चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।उन्होंने पहले दिन टीका भी लिया, दूसरों को प्रोत्साहित भी किया । इसी कारण रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ0 अमित जायसवाल, स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार व जीएनएम हरिनन्दन शर्मा रोल मॉडल बन गए हैं।ये ‘कोरोना योद्धा ‘ लॉक डाउन में सेवा देते हुए खुद भी पॉजिटिव हुए थे।कोरोना से जंग जितने के बाद अब वे ‘कोविन’ के लिए दूसरों को लगातार प्रेरित कर रहे हैं।इन्होंने शनिवार को टिका लिया था।अब वे पूरी तरह फिट हैं।और सोमवार को ऑन ड्यूटी भी रहे।इधर,टिका लेने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने लगातार ड्यूटी जारी रखी है।उन्होंने vor team के साथ कुछ यूं अपने अनुभव व उद्गगार बयाँ किया है:
डॉ0 अमित जायसवाल ने बताया कि टिका लेने के बाद वे पूरी तरह फिट हैं।उन्होंने बताया कि मुझे जून में कोरोना हो गया था।लेकिन,स्वस्थ्य हो कर फिर ओपीडी में मरीज के इलाज में सक्रिय रहे।वे बताते हैं कि परिजनों ने भी टिका लेने के लिए उत्साहित किया।मैंने टिका लिया।जब घर गया और बताया की बिल्कुल ठीक हूँ, तो,सभी ने स्वागत किया।
वहीं,स्वास्थ्य प्रबन्धक आशिष कुमार कोविन की सफलता के लिए जी जान से जुटे हैं।कोरोना की चपेट में आने के बाद 18 दिनों तक होम कोरेनटाईन रहे।टिका लेने के बाद उन्हें सोमवार को भी फीवर था।लेकिन, उसे महत्व दिए बिना ड्यूटी में दिखे।उन्होंने कहा कि मैं फिट हूँ, कोई दिक्कत नही है।मैंने टिका ले लिया है।कोई साइड इफेक्ट नही आया है।मैं चाहता हूं कि सभी लोग टिका लेकर प्रतिरक्षित हों।
इसी तरह पीएचसी लैब में कार्यरत जीएनएम हरि ननन्दन शर्मा दो बार कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इस जंग को जीतने के बाद पहले दिन ही कोविशिल्ड का टीका लगवाया।उन्होंने कहा कि मुझे हार्ट व लिवर को प्रॉब्लम था।बावजूद, मैंने स्वेच्छा से टिका लिया।मुझे कोई दिक्कत नही है।मैं यही कहूंगा कि सभी टिका लें,यह स्वदेशी टिका सुरक्षित है।
इसी तरह पीएचसी के क्लर्क रणजीत गुप्ता ने कहा कि पहली बार टिका लगने वाला था,सो थोड़ा डर तो था हीं।लेकिन,विदेश में पढ़ रहे पुत्र नितेश ने मेरा हौसला बढाया।तब मैंने टिका लिया।लेकिन,मुझे कोई दिक्कत नही हुई।बिल्कुल ठीक हूँ।इससे डरने की जरूरत नही है।
जीएनएम गायत्री कुमारी ने कहा कि मैंने खुद टिका देने का काम करती हूं। कोविशिल्ड का टीका मैंने लिया।टिका लेने के बाद कोई साइड इफेक्ट नही आया है।मैं कहूंगी की सभी टिका लें,यह बिल्कुल ही सुरक्षित है।
जीएनएम नितेश भारती ने कहा कि मैं टिका ले कर काफी प्राउड फील कर रही हूँ।मुझे भी टीकाकरण अभियान में शामिल होने का मौका मिला।मैं ऑफिसर नम्बर के रूप में लगातार ड्यूटी में हूँ।मुझे कोई दिक्कत नही है।कोविन के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है।मन मे कोई संशय या भय रखने की जरूरत नही है।
वैक्सिनेशन ऑफिसर (वन ) राजनन्दिनी सिंह ने कहा कि जब से मैंने कोविड का टीका लेने के लिए फॉर्म भरा,तभी से उसकी प्रतीक्षा थी।मैंने टिका लिया।ठीक हूँ।लगातार ड्यूटी में भी हूँ।मुझे गर्व है कि देश स्तर पर टिकाकरण अभियान के प्रथम चरण में मुझे टिका लगाने का मौका मिला।कोरोना से सभी डरते रहे हैं।मौत भी हुई।लेकिन,कोविन शुरू होने से देश कोरोना मुक्त हो जाएगा, मुझे इसका विश्वास है।
वहीं,वैक्सिनेशन ऑफिसर ज्योति कुमारी ने भी शनिवार को टिका लिया।सोमवार को दिन भर वे टिका देने में जुटी रहीं।ज्योति का कहना था कि शनिवार को 90 व सोमवार को 80 लोगों को टिका लगा, लेकिन,अब तक कोई साइड इफेक्ट नही दिखा है।ड्यूटी पर वे लगातार टिका टिका लेने व भय से उबरने के लिए प्रोत्साहित करते दिखीं।
पीएचसी में संगणक अमरनाथ ने बताया कि कोविशिल्ड का टीका लिया हूँ।कोई दिक्कत नही है।टीका लेने के बाद जब मैंने घर मे बताया,तो,सभी खुश हुए ।सभी कोई को टिका लेना चाहिए।