रक्सौल।(vor desk )।नेपाल सरकार द्वारा 15 दिसम्बर तक बॉर्डर को बन्द करने का एलान किया गया था।लेकिन,16 दिसम्बर तक न तो इसे आगे बढाने की घोषणा की गई।न ही खोलने के लिए सूचना जारी की गई।लिहाजा,सीमा क्षेत्र में असमंजस व आक्रोश की स्थिति रही।
इधर,नेपाल-भारत सीमा सम्वाद समूह द्वारा बुधवार को लगातार 20 वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा।वहीं,16 दिसम्बर को भी बॉर्डर नही खोलने पर धरना-प्रदर्शन के अलावे चक्का जाम भी किया गया।जम कर विरोध प्रदर्शन भी हुए।
बीरगंज बॉर्डर पर ‘खुला सीमा को खुला करो’ के नारे के साथ जारी धरना के क्रम में केपी ओली सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की गई और मधेश की जनता के साथ भेदभाव का आरोप लगाया गया।इस दौरान समूह के संयोजक कृष्णा साह,रम्भा मिश्रा, मुन्नी श्रीवास्तव ,तबरेज आलम उषा श्रीवास्तव, आचल सिह, प्रतिमा जोशि, शेख मुना, रमेस सरार्फ, मालति कुशवाहा आदि ने एक स्वर से कहा कि कोरोना के नाम पर सीमा बन्द कर भारत नेपाल के रिश्ते बिगाड़ने का षड्यंत्र सफल नही होने दिया जाएगा।जब तब बॉर्डर नही खोल दिया जाता,हम आंदोलन खत्म नही करेंगे।
इस क्रम में विजिट मधेश के संयोजक ओम प्रकाश सर्राफ ने कहा कि ओली सरकार बेवजह सीमाई जनता को दुख दे रही है।अनिर्णय की स्थिति पैदा कर मधेश की जनता को परेशान किया जा रहा है।बीरगंज समेत मधेश के इलाके का पर्यटन, व्यापार सब चौपट हो रहा है।लेकिन,सरकार को इससे फर्क नही पड़ रहा।अब बॉर्डर नही खुला,तो,उग्र आंदोलन होगा।
उधर,बॉर्डर पर सख्ती का आलम रहा।शादी ब्याह को देखते हुए कुछ ढील दी गई थी।लेकिन ,अब आर्म्ड पुलिस फोर्स ने कड़ाई शुरू कर रखी है।इससे लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।इस बाबत पर्सा जिला के जिलाधिकारी आसमान तामांग ने कहा कि बॉर्डर को खोलने के लिए सरकार की ओर से कोई निर्देश नही मिला है।जब तक कोई निर्देश नही आता,स्थिति यथावत रहेगी।
बताया गया है कि जरूरी कार्यों के लिए नेपाली नागरिको को आने जाने की अनुमति है।लेकिन, भारतीय नागरिकों को ले कर विशेष कड़ाई की जा रही है।जबकि, नेपाली वाहन व नागरिक बेरोक टोक रक्सौल आ जा रहे हैं।मधेशी नागरिको को इससे भी आक्रोश है कि नेपाल -भारत के बीच मालवाहक वाहनों की आवाजाही जारी है।लेकिन,नागरिको पर रोक लगा कर तंग करने के साथ भारत-नेपाल रिश्ते में दरार डालने की कोशिश की जा रही है।
हालांकि,यह घोषणा हो चुकी है कि 17 दिसम्बर से दोनो देशों के बीच फ्लाइट सेवा चालू होगी।ऐसे में 17 दिसम्बर से नेपाल बॉर्डर को खोलने की घोषणा की सम्भावना कायम है।
बता दे कि कोरोना को ले कर 24 मार्च से बॉर्डर बन्द हुआ था।पिछले 22 अक्टूबर को भारत ने अपनी सीमा खोल दी।लेकिन,नेपाल तारीख पर तारीख तय कर रहा है।