रक्सौल।( vor desk )।इंडो-नेपाल बॉर्डर के बन्द रहने के बावजूद कपड़ों की तस्करी शुरू हो गई है।इसकी सूचना पर कस्टम व एसएसबी ने संयुक्त छापेमारी कर भारी मात्रा में कपड़ा बरामद किया।जिसे नेपाल ले जाने के लिए कैरियरों ने छुपा रखा था।
यह बरामदगी रक्सौल के अहिरवा टोला से की गई।जहां अब तक शराब का कारोबार व तस्करी का धंधा होता आया है।इस बार यहां के झुग्गी झोपड़ियों से कपड़े की बरामदगी हुई।जिसे सरिसवा नदी पार कर नेपाल टपाने की तैयारी थी।
बताया गया कि कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह एवं एसएसबी कमांडेंट प्रियव्रत शर्मा के दिशा निर्देश पर कस्टम और एसएसबी की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार की देर शाम उक्त बरामदगी की।
सूत्रों ने बताया कि अहिरवाटोला प्रेमनगर से नेपाल ले जाने के लिए तस्करी के लिए रखे 21 छोटी बड़ी बोरियो में पैक कपड़ा को बरामद किया है।जिसमे साड़ी, सलवार सूट व शर्टिंग शूटिंग आदि शामिल है।
बताते हैं कि छापेमारी के क्रम में कस्टम टीम व एसएसबी टीम ने तस्करो को पकड़ने का प्रयास किया।जिसके बाद उन्होंने कीचड़ व पथर फेंकना शुरू किया और रफ्फुचक्कर हो गए।सूत्रों ने बताया कि जम्बोजेट टीम एक तस्कर को भी नही पकड़ पाई। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, एसएसबी और कस्टम द्वारा हल्का बल प्रयोग भी किया गया।इस दौरान कपड़ा बरामद कर लाया गया। टीम द्वारा छापेमारी में पकड़े गए कपड़े की कीमत करीब 10 लाख रुपये के आस पास आंकी गयी है। आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।इसकी पुष्टि एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट मनोज कुमार ने करते हुए बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।तस्करी की छूट नही मिल सकती।
छापेमारी में एस एस बी के डिप्टी कमांडेंट मनोज कुमार,इंस्पेक्टर जी .डी मनोज कुमार शर्मा ,ए एस आई जीडी पी मुशहाई और कस्टम के कई अधिकारी शामिल थे।
बता दे कि भारत -नेपाल के बीच कपड़ा कारोबार प्रतिवन्धित नही है।लेकिन,इसे मुख्य मार्ग से कस्टम में इंट्री करा कर ले जाने का नियम है।लेकिन,नेपाल सरकार का टैक्स चोरी करने की नीयत से अवैध ढंग से इसकी तस्करी की जाती है।( रिपोर्ट:गणेश शंकर )