रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल रेलवे रोड स्थित रेलवे के तालाब में एक अज्ञात युवक की डूब कर मौत हो गई।काफी मशक्कत से शव निकाला गया।जबकि,शव निकलने के बाद रक्सौल पुलिस व रेल पुलिस के सीमा विवाद के कारण मेमो के इंतजार में पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की प्रकिया घण्टों विलम्ब की शिकार हुई।
घटना शनिवार की सुबह करीब 8 बजे की है।इसकी सूचना जंगल मे आग की तरह पसर गई।
स्थानीय युवा कमलेश कुमार ने बताया कि उक्त युवक को डूबते हुए देखा गया।वह चिल्ला रहा था।लेकिन,उसे जब तक बचाने की कोशिश होती, वह डूब गया।तब प्रशासन को खबर की गई।
वहीं,रक्सौल के सीओ विजय कुमार को सूचना मिलते ही एनडीआरफ की टीम को खबर किया।लेकिन,आने में विलम्ब को देखते हुए उन्होंने मछुआरे को बुलाया।वहीं,एसएसबी जवान भी पहुंच गए।फिर काफी प्रयास के बाद सँयुक्त प्रयास से दोपहर में उक्त शव को निकाला गया।
इधर,शव की अब शिनाख्त नही हो सकी है।चर्चा है कि उक्त युवक नशेड़ी था।लेकिन,रेल पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही मामला सामने आ सकेगा।
शव निकाले जाने के बाद क्षेत्राधिकार के मामले को ले कर खिंच तान दिखी।स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार के कक्ष में घण्टों मंथन चलता रहा कि मेमो कौन देगा।वहां सीओ विजय कुमार भी पहुंचे।जबकि,जीआरपी थानाध्यक्ष पंकज कुमार दास व सब इंस्पेक्टर ललन सिंह मौजूद रहे।इस चक्कर मे शव को मोतिहारी पोस्टमार्टम में काफी विलम्ब हुआ।
इधर,स्वच्छ रक्सौल के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि यह तालाब मौत का कुँवा बन गया है।जबकि,पहले यह खेल मैदान था।उन्होने रेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि रेलवे को केवल कमाई से मतलब रह गया है।लगातार इस तालाब में दुर्घटना हो रही है।आज भी एक युवक डूब गया।उन्होंने मांग किया कि इस तालाब को सुरक्षित किया जाए।खेल मैदान व पार्क के रुप में विकसित किया जाए।
( रिपोर्ट:गणेश शंकर/ वीडियो-ए. दास )