बीरगंज।(vor desk)। नेपाल के बीरगंज में एक युवती की ईलाज के दौरान हुई मौत से नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा ।परिजनों का कहना था कि युवती के उपचार में लापरवाही की वजह स्व उसकी मौत हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक,मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने रविवार को नारायणी सब रीजनल हॉस्पिटल में विरोध प्रदर्शन के साथ तोड़ फोड़ व पथराव किया।
इस दौरान अस्पताल के कोविड व सैनिताइज अस्पताल के बूथ समेत आईसीयू में तोड़फोड़ की गई।जबकि,हॉस्पिटल के डॉ0 उदय नारायण सिंह के निजी कार को भी क्षति पहुचाई गई।चिकित्सको व अस्पताल प्रबंधन के विरोध में जम कर नारेबाजी हुई।इस दौरान स पुलिस टीम के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प भी हुई।जबकि, पुलिस ने प्रदर्शन कारियों को तीतर बितर करने के लिए लाठी चार्ज भी किया।
बताया गया है कि छपकैया निवासी एक 20 वर्षीय युवती विष्णु लामा की तबियत खराब होने के बाद परिजनों ने बीरगंज आधा दर्जन अस्पतालों में शुक्रवार को इलाज का प्रयास किया।लेकिन,किसी तरह बीरगंज के गंडक कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया।जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।इस क्रम में स्वैब कलेक्शन किया गया।पीसीआर जांच में रविवार को रिपोर्ट आई,जिसमे उक्त युवती समेत कुल 75 लोगों के संक्रमित होने की रिपोर्ट आई।इसके बाद परिजनों व समर्थको का आक्रोश भड़क गया।इलाज नही होने की वजह से मौत का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की गई।
जब तोड़ फोड़ हुई उस क्रम में बीरगंज के नारायणी सब रीजनल हॉस्पिटल में मेडिकल एसोशिएसन की मीटिंग चल रही थी।जिसमे खुद बीरगंज की एसपी गंगा पन्त भी मौजूद थी।
बताया गया कि उक्त हालात से तनाव कायम हो गया है।हालांकि,बीरगंज की एसपी गंगा पन्त समेत अन्य अधिकारियों ने मामले को नियंत्रित किया।वही,कार को क्षति पहुंचाने के आरोप में छपकैया के एक युवक को हिरासत में ले कर पूछ ताछ की जा रही है।इधर,तोड़ फोड़ की सर्वत्र निंदा हो रही हैं।बता दे कि बीरगंज में पिछले एक सप्ताह में पांच लोगों की मौत हो चुकी है।जो कोरोना संक्रमित थे।(रिपोर्ट:गणेश शंकर )