रक्सौल।(vor desk )।कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच रक्सौल नगर परिषद क्षेत्र में एक पर एक असमायिक मौत ने लोगों की नींद उड़ा दी है।अब इस मामले की जांच की आवाज उठने लगी है।क्योंकि, इसमे कोरोना से भी मौत की आशंका से इनकार नही किया जा सकता।
पिछले दस दिनों में कम से चार पांच मौत ने लोगों को झकझोर दिया है।क्योंकि, इसमें पांच मौत वार्ड 12 व इससे लगे इलाके से जुड़ा है।वार्ड 12 में कण्टोमेन्ट जोन घोषित है।
बताया गया है कि वार्ड 12 में पहले एक युवती संक्रमित पाई गई।उसके बाद 212 लोगों की सेमपीलिंग हुई।दो दिनों बाद चार लोगों की रिपोर्ट आ गईं।जिसमे उक्त युवती व उसके माता पिता व बहन शामिल थे।
लेकिन,बाद में रिपोर्ट काफी विलम्ब से आई।करीब दस दिनों पर दस लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आई। तब स्वास्थ्य विभाग ने फोन पर मरीजो की ट्रेकिंग की।लेकिन,कोई टीम सर्वे,फॉलोअप व सेमपीलिंग के लिए नही पहुंची।उसके बाद 95 लोगों की पाजीटिव रिपोर्ट आई।फिर केश बढ़ता गया।न तो ट्रेवल हिस्ट्री व न ही कॉन्टेक्ट हिस्ट्री की जांच हुई।इसी बीच 6 जुलाई को। रक्सौल पीएचसी में जो 202 सेमपीलिंग हुई थी।उसकी रिपोर्ट का अब तक कोई आता पता नही है।
वहीं, जब 20 व 21 जुलाई को बैंक व स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ की जांच हुई तो यह डराने वाला आंकड़ा रहा।20 जुलाई की जांच रिपोर्ट में ही 14 में 8 लोग पॉजिटिव पाए गए।जिसमे सरकारी डॉक्टर,स्वास्थ्य अधिकारी व बैंक के मुख्य अधिकारी समेत अन्य कर्मी शामिल हैं।
यह मान लेने में कोई हिचकिचाहट नही होनी चाहिए कि रक्सौल में कोरोना का संक्रमण कम्युनिटी स्तर पर फैल चुका है।यदिवार्ड 12 ,वार्ड 21 ,वार्ड 16 समेत रक्सौल में बने 15 कण्टोमेन्ट जोन में सर्वे व जांच हुई रहती,तो,सच सामने आ गया होता।
इधर, पिछले दो तीन दिनों में कंटेन्मेंट जोन वार्ड नं 12 व 21 के दो लोगों की असमायिक मृत्यु हो गई है।जनता दल यू के नगर अध्यक्ष सुरेश कुमार का कहना है कि वार्ड 12 में जिन दो लोगों की मौत हुई है,उसमे एक बिजय कुमार( पुरानी पोखरा , वार्ड नं 12 में घर) व दूसरा रामजानकी रोड वार्ड नं 21 में बिजय कुमार गुप्ता शामिल हैं।इन दोनों मौत को असमायिक व संदिग्ध मानी जा रही है।क्योंकि इस मौत से लोग अचंभित हैं।
उनका कहना है कि इन दोनों की उम्र 50 से 55 वर्ष थी और इनके घरों के बीच लगभग 200 फिट की दूरी है।
जबकि, वार्ड 12 से ही जुड़े नागा रोड में दो लोगों की मौत हुई है।जिसमे एक व्यवसायी व एक महिला शामिल हैं।
इस मामले को ले कर जनता दल यू के नगर अध्यक्ष सुरेश कुमार ने डीएम कपिल शीर्षत अशोक से मांग की है कि उक्त इलाके व खास कर उनके घर वालों का रैपिड जाँच कराई जाए तथा मेडिकल टीम को अलर्ट रखा जाय ताकि औरों को बचाया जा सके तथा प्रशासन भी लॉक डाउन सख्ती से पालन कराये।
उनका कहना है कि1 रक्सौल को बचाना है तो नियमित रूप से सेनेटाइजर का छिड़काव, ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव होना चाहिए तथा स्वच्छता पर ध्यान दिया जाना चाहिए। लगातार रैपिड जाँच आवश्यक है।
इधर,डीएम कपिल शीर्षत अशोक ने रक्सौल से मिल रही शिकायतो को गम्भीरता से लिया है।उनके यहाँ शीघ्र दौरे की चर्चा तेज हो गई है।चर्चा है कि पूर्ण सख्ती से सम्पूर्ण लॉक डाउन किया जाएगा।नगर परिषद क्षेत्र को भी सील करने का प्रस्ताव है।
इसी कारण पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर मोतिहारी से यूनिसेफ के एसएमसी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार व केयर से अजय भगत आज बुधवार को रक्सौल पहूंचे पहुँचे। यहाँ पहुँचते ही सबसे पहले पीएचसी पहूंच कर यहां के स्थिति से अवगत हुए।फिर,रक्सौल प्रशासन के साथ एक बैठक भी हुई।