रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल की कोरोना पॉजिटिव पाई गई एक महिला की मौत पटना में एनएमसीएच गेट पर हो गई।उन्हें पूर्वी चंपारण के स्वास्थ्य महकमा के द्वारा संक्रमित पाये जाने के बाद बुधवार की दोपहर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया था।परिजनों का आरोप है कि पटना पहुंचने के बाद एनएमसीएच प्रबन्धन की लापरवाही से मौत हुई।बार बार गिड़गिड़ाने के बाद भी कोई चार पांच घण्टे बाद भी उन्हें भर्ती नही किया गया।इंतजार करते करते तबियत बिगड़ने लगी।तब एडमिट कर आईसीयू में ले जाया गया।इसी बीच देर रात मौत हो गई है।इस घटना से परिजनों में काफी आक्रोश है।
बताया गया है कि मृतका रक्सौल के वार्ड 16 ब्लॉक रोड निवासी ध्रुव सर्राफ़ की पत्नी सुधा देवी( 48 )हैं।
वे कुछ दिनों से बीमार चल रही थी।जिसके बाद उन्हें स्थानीय डंकन हॉस्पिटल में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।लेकिन,स्थिति में सुधार नही होने व कोरोना के मिलते जुलते लक्षण दिखने के बाद रविवार को उन्हें मोतिहारी रेफर कर दिया गया था।
परिजनों का आरोप है कि वे मोतिहारी सदर अस्पताल में भर्ती कराने को ले गए थे।लेकिन,जांच व सेंम्पल ले कर उन्हें वापस भेज दिया गया।
बताते हैं कि मंगलवार को जांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।मंगलवार को रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आई ।गम्भीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया।लेकिन,कथित तौर पर इलाज में विलम्ब व लापरवाही के कारण मौत हो गई।परिजनों का कहना है कि एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की व्यवस्था तक नही थी।
मजे की बात है कि धुरुव सर्राफ भाजपा के पुराने व समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं।राज्य में भाजपा गठबंधन की एनडीए सरकार है।बावजूद ,इतनी बड़ी लापरवाही से लोगों में नाराजगी दिख रही है।धुरुव सर्राफ इस बाबत मोबाइल पर बात करते हुए फफक कर रो पड़े।उन्होंने कहा कि सब कुछ छीन गया।भाजपा की इतनी सेवा की।लेकिन,मेरी पत्नी का अस्पताल में सही से इलाज हुआ रहता तो मौत नही होती।उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण का स्वास्थ्य महकमा का भी रवैया सही नही रहा ।उन्होंने कहा कि इससे बुरा मेरे लिए कुछ और नही हो सकता।मेरी पत्नी मेरे आंखों के सामने तड़प तड़प कर दुनिया से चली गई।ऑक्सीजन चढ़ाने तक में कोताही की गई।
वहीं, पुत्र सुमित सर्राफ ने बताया कि हाल ही में पिता जी का पैर टूटने के बाद भी महीना भर डंकन अस्पताल में भर्ती रहे।लेकिन,सांसद हो या विधायक कोई देखने तक नही आया।अब मेरी माँ इलाज में लापरवाही से मर गई।
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को करीब 11 बजे तक एनएमसीएच द्वारा शव नही सौपा गया है।परिजन वही जमे हुए हैं।उधर,परिजनों के द्वारा लापरवाही के मसले पर एनएमसीएच प्रशासन से बात चीत का प्रयास विफल रहा।जबकि ,रक्सौल के पीएचसी प्रबन्धन ने टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा कि पूरा मामला मोतिहारी व पटना से जुड़ा हुआ है।
बता दे कि अब तक रकसौल में चार कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं।जिसमे एक सब इंस्पेक्टर को छोड़ कर अब तक अन्य स्वस्थ्य हो चुके हैं।वहीं,पांचवे मरीज सुधा देवी के संक्रमण की पुष्टि मंगलवार को हुई।जबकि, बुधवार को फिर हरैया थाना क्षेत्र का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया।